भारतीय क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह के दादाजी का शव रविवार (10 दिसंबर) को साबरमती नदी के किनारे मिला। वह दो दिन से लापता थे और पुलिस को संदेह है कि उन्होंने आत्महत्या की। साबरमती पुलिस थाने के थानाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह सोलंकी ने बताया कि संतोक सिंह बुमराह का शव आज सुबह नदी से निकाला गया। पुलिस को संदेह है कि 84 वर्षीय संतोक बुमराह ने आत्महत्या की। सोलंकी ने बताया कि उनकी बहू राजिंदर बुमराह ने शुक्रवार को वस्त्रपुर थाने में उनके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार संतोक बुमराह एक दिसंबर को उत्तराखंड से अहमदाबाद जसप्रीत बुमराह से मिलने के लिये आये थे लेकिन वह शुक्रवार की रात को वस्त्रपुर स्थित अपने घर से लापता हो गये थे। उन्होंने परिजनों को नहीं बताया कि वह कहां जा रहे हैं। सोलंकी के अनुसार यह आत्महत्या का मामला लगता है और जांच की जा रही है। अहमदाबाद में जन्मे 24 वर्षीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भारतीय एकदिवसीय टीम के नियमित सदस्य हैं। उन्हें हाल में दक्षिण अफ्रीकी दौरे के लिये टेस्ट टीम में शामिल किया गया।

अहमदाबाद पुलिस ने साबरमती रिवरफ्रंट पर बने दधीचि पुल के पास से उनका शव बरामद किया। अपने क्रिकेटर पोते से मिलने के लिए 75 वर्षीय संतोक सिंह उत्तराखंड से अहमदाबाद गए थे। परिवार ने कहा कि यह उनकी आखिरी इच्छा थी कि वे जसप्रीत से मिलें और अंतिम सांस लेने से पहले उन्हें आशीर्वाद दें।

एक स्थानीय टीवी चैनल ने कहा कि संतोक सिंह ने कहा था कि जब वह जसप्रीत बुमराह से मिलने गए तब वह घर पर नहीं थे और खिलाड़ी की मां ने उन्हें (संतोक सिंह को) बाद में उनसे (जसप्रीत से) मिलने नहीं दिया। वह इसके बाद से लापता थे।