कोरोना वायरस का असर हर क्षेत्र पर भारी पड़ रहा है। दुनिया की अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर है। बात अगर खेल जगत की करें तो यहां के हाल भी बेहाल है। महामारी के चलते दुनिया भर के स्पोर्ट्स इवेंट पर पाबंदी लगी है। तमाम विदेशी खिलाड़ी भी इस जानलेवा संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। अब इस संक्रमण के लक्षण दिल्ली क्रिकेट में भी दिखे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के सचिव विनोद तिहारा में कोरोना के लक्षण बताए जा रहे हैं। उन्होंने खुद को सेल्फ आइसोलेट किया है, ताकि उनसे संबंधित लोग इसके शिकार से बचे रहें।
हालांकि, अच्छी खबर यह है कि अब वे पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। मगर ऐहतियातन उन्होंने आइसोलेशन पीरियड और बढ़ा लिया है। डीडीसीए के पदाधिकारी ने बताया कि तिहारा फिलहाल सभी एक्टिविटी से दूरी बनाए हुए हैं। उनमें वायरस के लक्षण दिखे थेस लेकिन उनकी सेहत में सुधार है।
कोरोना के लॉकडाउन के चलते न सिर्फ ओलंपिक खेल स्थगित हुए हैं, बल्कि इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां सीजन भी टाल दिया गया है। हालांकि, टूर्नामेंट को आधिकारिक रूप से अभी तक रद्द नहीं किया गया है। बीसीसीआई की ओर से पहले ही बयान जारी किया जा चुका है कि वे सरकार के निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।
बीसीसीआई पदाधिकारियों ने कहा था कि उनके लिए पहले खिलाड़ी और उनकी सेहत है, बाद में खेल। हालांकि, देश के अलावा विदेशी खिलाड़ी भी खाली स्टेडियम में मैच खेलने को तैयार हैं, लेकिन अभी इस मामले पर कोई विचार नहीं किया है।
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आईपीएल की एक फ्रैंचाइजी ने कहा कि टूर्नामेंट पर कभी भी कोई बातचीत नहीं हुई है, क्योंकि सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया है। उन्होंने बताया, ‘हमें सूचित किया गया था कि टूर्नामेंट को अभी के लिए स्थगित कर दिया गया है, लेकिन इस पर आगे कोई फैसला नहीं लिया गया। वहीं, ओलंपिक खेलों के एक साल के लिए टलने से इस साल कई खिलाड़ी भी अपने भविष्य को लेकर चिंता में है।
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इस बीच, भारत के अनुभवी गोल्फर जीव मिल्खा सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से टूर्नामेंटों का रद्द होना, उन युवा खिलाड़ियों के लिये काफी कठिन है, जिनके करियर अभी शुरू हुए हैं। बता दें कि कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर में डेढ़ लाख से अधिक लोग मारे गए हैं और 25 लाख से अधिक संक्रमित हैं। भारत में 600 जानें जा चुकी हैं और 19000 से अधिक लोग संक्रमित हैं।
