कोरोना वायरस महामारी के कारण आर्थिक दिक्कतों के चलते जून अंत तक नौकरी से हटाए जाने वाले अपने स्टाफ के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया मशहूर सुपरमार्केट और अपने प्रायोजकों में से एक वूलवर्थस में नौकरी तलाश रहा है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस समय संघीय सरकार की जॉबकीपर सपोर्ट योजना की पात्रता के मानदंडों पर खरा नहीं उतरता। इसके मुख्य कार्यकारी केविन राबर्ट्स ने ESPN CrickInfo से कहा, ‘मैने वूलवर्थस के सीईओ ब्राड बेंदुची को लिखा है। उन्हें इस समय स्टाफ की जरूरत भी है। हमारी टीम दूसरे संगठनों से भी बात कर रही है जिन्हें स्टाफ की जरूरत है।’

उन्होंने कहा कि दर्शकों के बिना घरेलू अंतरराष्ट्रीय मैच कराने से उनके राजस्व को नुकसान पहुंचेगा। यही वजह है कि उन्हें यह फैसला लेना पड़ा। राबर्ट्स ने कहा, ‘हमें चार से पांच करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का नुकसान होगा, जो टिकटों की बिक्री से कमाये जाते। यही कारण है हमें ऐसे कदम उठाने पड़ रहे हैं, लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि हम अपने लोगों की मदद के हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। जो स्टाफ बरकरार भी रखा गया है, वह अपनी तनख्वाह के 20 प्रतिशत पर ही काम कर रहा है, जबकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी वेतन का 80 प्रतिशत ले रहे हैं।

मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट से जुड़े पदाधिकारियों की ओर से बयान आया था कि कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई की कोशिश में वे भारत के खिलाफ साल के आखिर में चार टेस्ट मैचों की सीरीज को पांच में बदलने के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा अक्टूबर में टी20 ट्राई सीरीज से शुरू होकर दिसंबर में चार मैचों की टेस्ट सीरीज से खत्म होना है। इस बीच में टी20 विश्व कप है जो 18 अक्टूबर से शुरू होगा, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इसे लेकर अनिश्चितता की स्थिति है।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ केविन राबर्टस ने एएपी से कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय सत्र पर पड़े प्रभाव की बात करें तो हमें लाखों डॉलर का नुकसान हुआ है । हम इसकी भरपाई की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम तमाम विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अभी समय है । भारत के खिलाफ सीरीज के दौरान विभिन्न विकल्पों पर गौर किया जा रहा है । इस समय हम किसी संभावना से इनकार नहीं कर रहे। दर्शकों के बिना टी20 विश्व कप कराने पर भी विचार हो रहा है।’