भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को दलीप ट्रॉफी मैच में दोहरा शतक लगाकर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इंडिया ब्लू टीम के लिए खेल रहे पुजारा पिंक बॉल के साथ दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 256) और शेल्डन जैक्शन (134) ने इंडिया ब्लू के लिए 243 रनों की शानदार साझेदारी निभाई। इन दोनों पारियों की बदौलत इंडिया ब्लू ने इंडिया रेड के खिलाफ 6 विकेट पर 693 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद अपनी पारी घोषित कर दी। पुजारा ने 303 गेंद का सामना करते हुए 243 रन बनाए और अपनी पारी में 21 चौके लगाए। पुजारा ने 60 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए जो चयनकर्ताओं के साथ-साथ कप्तान विराट कोहली के लिए भी सुकून देने वाली रही होगी।

इसके बाद खेलने उतरी इंडिया रेड की शुरूआत काफी खराब रही। इंडिया ब्लू के तेज गेंदबाज पंकज सिंह ने अपने पहले ही ओवर की लगातार दो गेंदों पर अभिनव मुकुंद (00) और सुदीप चटर्जी (00) को पवेलियन भेजकर रेड टीम की मुसीबत बढ़ा दी। इंडिया रेड ने दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट गंवाकर 16 रन बना लिए थे। इंडिया रेड अभी भी पहली पारी के आधार पर 677 रनों से पीछे है और उसके आठ विकेट शेष हैं। शिखर धवन 14 रन बनाकर नाबाद लौटे, जबकि कप्तान युवराज सिंह को अभी अपना खाता खोलना है।

प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 10वीं बार दोहरा शतक: पहली बार गुलाबी गेंद से खेले जा रहे दिन-रात के इस टेस्ट मैच में चेतेश्वर पुजारा ने दोहरा शतक लगाया और अब वह पिंक बॉल से दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। वहीं, पुजारा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दसवीं बार दोहरा शतक लगाने का कारनामा किया है। उन्होंने विजय हजारे, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर की बराबरी कर ली है। पुजारा से आगे अब सिर्फ विजय मर्चेट हैं, जिन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 11 दोहरा शतक लगाया है। अपने इस दोहरे शतक के साथ पुजारा ने न सिर्फ अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है बल्कि न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए कल होने वाले टीम चयन में अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है।

पुजारा ने भारतीय टीम की ओर से 35 टेस्ट मैचों में 2,482 रन बनाए हैं ये रन उन्होंने 46.83 की औसत से बनाए हैं। उनका ये औसत उनके द्वारा प्रथम श्रेणी क्रिकेट के रन औसत 55.14 से कम है। पुजारा ने भारत की ओर से खेलते हुए 7 शतक जड़े हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 206 रहा है जो उन्होंने साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था।