मध्यप्रदेश के सागर जिले में काले हिरण के शिकार के संगीन आरोप का सामना कर रहे युवा ऑलराउंडर रमीज खान को सूबे की रणजी ट्रॉफी टीम में फिर से शामिल कर लिया गया है। उन्हें मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेजे जाने के बाद पिछले रणजी सत्र में राज्य की टीम से बाहर निकाल दिया गया था। मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) ने मौजूदा रणजी सत्र के शुरुआती दो मैचों के लिए देवेंद्र बुंदेला की कप्तानी में जो 16 सदस्यीय टीम घोषित की है, उसमें रमीज खान (26) का भी नाम है। वह काले हिरण के शिकार के मामले में फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। इस बारे में पूछे जाने पर एमपीसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रोहित पंडित ने सोमवार (26 सितंबर) को कहा, ‘अदालत में अभी रमीज पर (काले हिरण के शिकार का) जुर्म साबित नहीं हुआ है। उन्हें खिलाड़ी के रूप में उनकी काबिलियत और प्रदर्शन के आधार पर रणजी टीम में शामिल किया गया है।’

उन्होंने कहा, ‘हमारी मामले पर पूरी निगाह बनी हुई है। लेकिन अदालत में न्यायिक प्रक्रिया के तहत रमीज पर जुर्म साबित होने से पहले हम एमपीसीए के नियम..कायदों के मुताबिक उन्हें कोई सजा नहीं दे सकते।’ एमपीसीए के सचिव मिलिंद कनमड़ीकर ने भी कहा कि जब तक रमीज को अदालत द्वारा काले हिरण के शिकार का मुजरिम करार नहीं दिया जाता, तब तक प्रदेश क्रिकेट संगठन के संविधान के तहत उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कदम नहीं उठाया जा सकता। रमीज, उनके पिता महमूद खान और इनके दो साथियों को सागर जिले में काले हिरण के शिकार के आरोप में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत 10 जनवरी की रात गिरफ्तार किया गया था। इनके कब्जे से संकटग्रस्त प्रजाति के इस वन्य जीव की लाश के अवशेष, राइफल, जिंदा कारतूस और चाकू भी बरामद किया गया था। रमीज के पिता महमूद खान मध्यप्रदेश के पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर हैं।

गिरफ्तारी के बाद रमीज और तीन अन्य आरोपियों की जमानत अर्जी सागर जिले की एक अदालत ने खारिज कर दी थी और उन्हें न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया था। इसके बाद एमपीसीए ने पिछले रणजी सत्र में प्रदेश की टीम से रमीज का नाम हटा दिया था। बाद में रमीज को एक अन्य अदालत से जमानत मिल गई जिससे वह जेल से छूट गए थे। बांए हाथ के बल्लेबाज रमीज मध्यप्रदेश की रणजी टीम के अहम खिलाड़ियों में शामिल हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वर्ष 2011 में कदम रखा था। वह मध्यप्रदेश की ओर से 26 प्रथम श्रेणी मैच खेलकर 1,169 रन बना चुके हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आठ विकेट भी चटकाए हैं।