ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने चार टेस्ट मैचों की क्रिकेट श्रृंखला में भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ छींटाकशी करने या नहीं करने का फैसला अपने खिलाड़ियों पर छोड़ दिया है। स्मिथ ने पुणे में 23 फरवरी से शुरू हो रही श्रृंखला से पहले यहां पहुंचने पर अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ हर खिलाड़ी वैसे ही खेलेगा, जैसे वह खेलना चाहता है । यदि वे छींटाकशी करना चाहते हैं और इससे टीम को मदद मिलती है तो मैं मना नहीं करूंगा।’’ भारत और आस्ट्रेलिया के बीच मैदानी छींटाकशी के कई किस्से क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हैं। इनमें मंकीगेट प्रकरण शामिल है जो हरभजन सिंह और आस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स से जुड़ा था।
स्टीव स्मिथ ने कहा कि भारत में जीत हासिल करना उनकी टीम के खिलाड़ियों के लिये ‘जिंदगी का सबसे सुखद क्षण’ होगा। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में खेलना बहुत बड़ी चुनौती है। हम जानते हैं कि अगर हम कुछ खास करके श्रृंखला जीतने में सफल रहते हैं तो फिर 10- 20 साल बाद हम इसे अपनी जिंदगी के सबसे सुखद क्षण के रूप में देखेंगे। यह भारत में खेलने का शानदार मौका है।’’ ऑस्ट्रेलिया ने 2004-05 में भारत को 2-1 से हराने के बाद भारतीय सरजमीं पर टेस्ट मैच नहीं जीता है। वह दौरे की शुरूआत यहां ब्रेबोर्न स्टेडियम में होने वाले तीन दिवसीय अभ्यास मैच से करेगा।
पिछले कुछ वर्षों से इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के कारण भारतीय परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ 27 वर्षीय स्मिथ ने कहा, ‘‘यह बेहद मुश्किल दौरा होगा और मैं चुनौती को लेकर उत्साहित हूं। अगले कुछ सप्ताहों में जो कुछ होने वाला है उसको लेकर हम सभी उत्साहित हैं।’’ भारत ने 2012 में इंग्लैंड के हाथों श्रृंखला हारने के बाद अपनी सरजमीं पर कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं गंवायी है। इस बीच उसने दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड पर आसान जीत दर्ज कीं। टीम कोच डेरेन लीमन ने भी स्मिथ से सहमति जतायी। उन्होंने कहा, ‘‘तैयारियां बहुत अच्छी हैं। यह रोमांचक दौरा होगा। भारतीय टीम बहुत अच्छी है जिसके बाद अच्छे तेज गेंदबाज और स्पिनर हैं। उसने स्वदेश में 20 टेस्ट मैचों से कोई मैच नहीं गंवाया है और हम जानते हैं कि उनकी टीम बहुत मजबूत है। यह शानदार चुनौती है।’’
