आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को पांच मैचों की वनडे शृंखला में 4-1 धो दिया। इससे पहले यही टीम मेजबान श्रीलंका के हाथों टैस्ट मैच में 3-0 से धुल गई थी। अब आस्ट्रेलिया के भारतीय उपमहाद्वीप में हाल के प्रदर्शन को लेकर नई बात उभर कर आई है। वह यह कि यहां आसट्रेलिया लगातार नौ टैस्ट हार चुका है जबकि आठ वनडे में से सात में जीत चुका है। आखिर आस्ट्रेलियाई टीम टैस्ट मैच में उपमहाद्वीप में फुस्स क्यो हो जाती है?  आस्ट्रेलियाई क्रिकेट जानकारों ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए आंकड़ों का सहारा लिया है। इससे पता चलता है कि टैस्ट और वनडे में फ्लाप और कामयाबी की वजह आस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी है। नौ टैस्ट पराजयों में आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का औसत प्रति विकेट 23.82 है।

श्रीलंका में एकदिवसीय मैचों में आस्ट्रेलिया की जबरदस्त कामयाबी की वजह बल्लेबाज जॉर्ज बेली हैं। वह उपमहाद्वीप की पिचों में बेहतर ढंग से ढले बल्लेबाज हैं। वनडे में प्रदर्शन के कारण फरवरी 2017 में भारत आ रही आस्ट्रेलियाई टैस्ट टीम में स्थान के प्रबल दावेदार हैं। बेली ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में 67.5 की औसत से 270 रन बनाए। इससे आस्ट्रेलिया का वनडे औसत प्रति विकेट 31.78 हो गया।

कप्तान डेविड वार्नर ने कुबूला था- टैस्ट शृंखला में बुरी तरह से इसलिए हारे क्योंकि तेजी से माहौल के अनुरूप हम ढल नहीं पाए। इन परिस्थितियों में आपको स्वीप करना होता है। अपने पैरों का इस्तेमाल करना होता है। टैस्ट शृंखला में आस्ट्रेलिया ने श्रीलंका के खिलाफ 76.35 फीसद डॉट गेंदें खेलीं, वहीं वनडे में यह फीसद गिरकर 52.76 हो गया। वार्नर ने कहा कि दोनों विधाओं में बल्लेबाजी में फर्क होता है। उपमहाद्वीप में टैस्ट में बल्लेबाज के इर्द-गिर्द फील्डर होते हैं और वनडे में यही आराम रहता है और बल्लेबाजों के लिए एक रन लेना आसान हो जाता है।

एक और रोचक आंकड़ा यह कि वनडे में आस्ट्रेलिया के 30 में से सात बल्लेबाज एलबीडब्लू या बोल्ड हुए। यानी ऐसे बल्लेबाजों का फीसद 30 हुआ। वहीं टैस्ट में जो 60 विकेट गिरे, उनमें 28 (60 फीसद) बोल्ड और एलबीडब्लू हुए।श्रीलंका के खिलाफ वनडे में जीत को कुछ विशेषज्ञ उपमहाद्वीप में सफलता का रहस्य जानना मानते हैं। उनका कहना है कि अगर आपको वहां जीतना है तो ताबड़तोड़ खेलों। वनडे में आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने यही किया। आरोन फिंच ने शुरुआत की। 19 गेंद में 55 रन ठोके। बेली ने इसे आगे बढ़ाया। 85 गेंद में 90 रन बनाए और बाद में वार्नर से सैकड़ा ठोक दिया।