भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तकनीक से अधिक महत्वपूर्ण मानसिक मजबूती और एकाग्रता होती है। नव नियुक्त उप कप्तान रहाणे ने बीसीसीआई.टीवी से कहा, ‘तकनीक महत्वपूर्ण होती है, लेकिन मेरा मानना है कि तकनीक से अधिक महत्वपूर्ण यह है कि आप मानसिक रूप से कितने मजबूत है और आप अपना ध्यान कितना केंद्रित कर पाते हैं। मेरा मानना है कि 85 प्रतिशत खेल दिमाग से जुड़ा होता है।’

रहाणे भारत के वेस्टइंडीज दौरे से पूर्व बात कर रहे थे। वेस्टइंडीज के लंबे दौरे के बारे में दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘इस अर्थ में वेस्टइंडीज का दौरा किसी भी तरह से अलग नहीं है। मैं वहां की जरूरतों के हिसाब से तैयारी करूंगा और मैं टीम के लिए अपना योगदान देने के लिए तैयार रहूंगा।’

उन्होंने कहा, ‘मैं ढेरों रन बनाने या शतक जड़ने को अपना लक्ष्य नहीं बनाता क्योंकि मेरा मानना है कि यदि आप इन लक्ष्यों का पीछा करते हो तो फिर कई बार आपका दिमाग भविष्य के बारे में सोचने लग जाता है। मैं हमेशा वर्तमान के बारे में सोचता हूं। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहूंगा और टीम की टेस्ट मैचों में सफलता में अपना योगदान देने में मुझे खुशी होगी।’ वेस्टइंडीज दौरे में भारत चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगा।