चीन की स्टार टेनिस खिलाड़ी पेंग शुई ने यौन उत्पीड़न मामले में यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने नवंबर 2021 में कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता और चीन के पूर्व उप प्रधानमंत्री झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। हालांकि, अब उनका कहना है कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा था।
पेंग शुई ने सिंगापुर के एक अखबार से कहा कि उन्होंने कभी भी यौन उत्पीड़न की बात नहीं कही। हालांकि, नवंबर 2021 में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी। इसमें उनके हवाले से कहा गया था कि कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व शीर्ष नेता ने उनका यौन उत्पीड़न किया है। चीनी भाषा के अखबार लियान्हे जाओबाओ ने पेंग का एक वीडियो डाला है जो रविवार को शंघाई में लिया गया है। इसमें उन्होंने कहा कि वह बीजिंग में अपने घर पर ही रह रही है, लेकिन बाहर आने जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
पेंग ने कहा, ‘मैं कुछ महत्वपूर्ण बात कहना चाहती हूं। सबसे पहले तो यह कि मैंने कभी नहीं लिखा कि किसी ने मेरा यौन उत्पीड़न किया है। मैं यह बात साफ तौर पर कहना चाहती हूं।’ हालांकि, पत्रकार ने उनसे यह नहीं पूछा कि दो नवंबर की पोस्ट में उन्होंने ऐसे आरोप क्यो लगाए थे। पेंग ने भी यह बात साफ नहीं कि क्या उनका अकाउंट हैक हो गया था।
अखबार ने लिखा कि चार फरवरी से शुरू हो रहे बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के प्रचार के लिए पेंग का इंटरव्यू किया गया। वह उस समय एनबीए के पूर्व स्टार याओ मिंग और अन्य चीनी खिलाड़ियों के साथ स्कीइंग स्पर्धा देख रही थीं। पूर्व उप प्रधानमंत्री झांग गाओली पर आरोप लगाने के बाद से पेंग गायब हैं। दुनिया भर में उनकी कुशलक्षेम को लेकर चिंता जताई जा रही है।
पेंग शुई ने समाचार पत्र से कहा कि वीबो पर पोस्ट एक ‘निजी मामला’ था। उसमें उन्होंने जो लिखा उसके बारे में लोगों को कई ‘गलतफहमियां’ हैं। हालांकि, वे गलतफहमियां क्या हैं, पेंग शुई ने इसके बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया। वीबो ट्विटर की तरह चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है।
हालांकि, वुमन्स टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) ने मामले की जांच की मांग जारी रखी है। डब्ल्यूटीए ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह पेंग के साथ हुए बर्ताव और अन्य खिलाड़ियों की सुरक्षा की चिंताओं के मद्देनजर चीन में टूर्नामेंट को तुरंत निलंबित कर देगा। अब उसकी ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘पेंग शुई को सार्वजनिक रूप से देखना फिर से अच्छा लगा। हमें निश्चित रूप से उम्मीद है कि वह अच्छा कर रही हैं।’
बयान में यह भी कहा गया है, ‘जैसा कि हमने लगातार कहा है, इससे पेंग शुई की कुशलता को लेकर डब्ल्यूटीए की चिंता न तो कम हुई है और न ही उसका समाधान निकला है। हम शुई के यौन उत्पीड़न के आरोप को लेकर सेंसरशिप के बिना, एक पूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के अपने आह्वान पर दृढ़ हैं। यही वह मुद्दा है जिसने हमारी प्रारंभिक चिंता को जन्म दिया है।’