भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में व्यस्त होने के कारण मंगलवार को आयोजित होने वाले अर्जुन पुरस्कार समारोह में भाग नहीं ले पाएंगे। पुजारा और हरमनप्रीत कौर उन 17 खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें 2017 के लिए अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना गया है।
पुजारा ने एक बयान में कहा, ‘‘अर्जुन पुरस्कार के लिये मैं वास्तव में आभारी हूं और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। दुर्भाग्य से मैं इंग्लैंड में नॉटिंघमशर काउंटी क्रिकेट क्लब के प्रति अपनी कमिटमेंट के कारण व्यक्तिगत तौर पर यह पुरस्कार हासिल नहीं कर पाऊंगा।’’ श्रीलंका के खिलाफ हाल में तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 77.25 की औसत से 309 रन बनाने वाले पुजारा ने कहा, ‘‘आज मैं जो कुछ हूं वह खेल के प्रति अपने समर्पण की बदौलत हूं और पुरस्कार समारोह का हिस्सा बनना सम्मान होता। लेकिन इस अद्भुत खेल को खेलने के हर अवसर का फायदा उठाना बेहद महत्वपूर्ण है।’’ पुजारा ने अब तक 51 टेस्ट मैचों में 52.65 की औसत से 4107 रन बनाए हैं।

गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पुजारा ने शानदार प्रदर्शन किया था। इस सीरीज का दूसरा मैच उनके करियर का 50वां मैच था। इसमें बल्लेबाजी करते हुए 4000 के क्लब में एंट्री की थी। पुजारा ने 84 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी, जो राहुल द्रविड़ के बराबर है। द वॉल राहुल द्रविड़ ने भी इतनी ही पारियां खेलकर टेस्ट क्रिकेट में अपने 4000 रन पूरे किए थे। क्रिकेट के जानकार पुजारा में द्रविड़ का ही अक्स देखते हैं। वह नंबर 3 बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम की नई दीवार के रूप में अपना नाम कमा रहे हैं। पुजारा द्रविड़ की शैली में ही टिककर लंबी पारियां खेलने में माहिर हैं।

श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान पुजारा ने स्लेजिंग पर भी बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर इससे गेंदबाजों को मदद मिलती है तो वह ऐसा कर सकते हैं। पुजारा ने कहा, ‘ मैं फीफा (एक गेम) खेलते हुए बहुत शोर करता हूं और आजकल आप देखते होंगे कि मैं मैदान पर भी काफी शोर करता हूं। मैं धीरे-धीरे छींटाकशी सीख रहा हूं। अगर आपको किसी खास बल्लेबाज के खिलाफ छींटाकशी करनी है तो फिर आपको ऐसा करना होगा। इससे गेंदबाजों को मदद मिलती है।’