रेसलिंग की दुनिया में भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी और डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह का कद और बढ़ गया है। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह खेल की सर्वोच्च संचालन संस्था ‘यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग’ (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) एशिया का ब्यूरो सदस्य चुना गया। उन्होंने सोमवार 24 मार्च 2025 को इस पद के लिए हुए चुनाव में जीत हासिल की। यह जानकारी रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने दी।

यह चुनाव एशियाई चैंपियंनशिप की शुरुआत से एक दिन पहले अम्मान में यूडब्ल्यूडब्ल्यू-एशिया की आम सभा के दौरान हुआ। डब्ल्यूएफआई के बयान के मुताबिक, ‘संजय सिंह ने 38 में से 22 वोट हासिल किए, जो एशियाई कुश्ती समुदाय से मजबूत समर्थन को दर्शाता है।’ डब्ल्यूएफआई ने कहा, ‘इस प्रतिष्ठित पद पर उनका चुनाव भारतीय कुश्ती के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो अंतरराष्ट्रीय कुश्ती मंच पर देश की उपस्थिति को और मजबूत करता है।’

भारतीय कुश्ती महासंघ के कार्यकारी सदस्यों ने भी संजय कुमार सिंह को हार्दिक बधाई दी। कार्यकारी सदस्यों के हवाले से डब्ल्यूएफआई ने कहा, ‘हम नई भूमिका में संजय कुमार सिंह की सफलता की कामना करते हैं। उनके चुनाव से भारतीय पहलवानों के लिए नए अवसर आने की उम्मीद है। इससे एशिया भर में इस खेल की उन्नति में योगदान मिलेगा।’

संजय कुमार सिंह के हवाले से यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘यह न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय कुश्ती के विकास और मान्यता का प्रमाण है। मैं पूरे महाद्वीप में खेल को बढ़ावा देने और विकसित करने के लिए यूडब्ल्यूडब्ल्यू-एशिया के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।’

इससे पहले 11 मार्च को केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ पर लगे निलंबन को हटा लिया था और कुश्ती के लिए राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के रूप में इसकी मान्यता बहाल कर दी थी। खेल मंत्रालय ने WFI को इसलिए निलंबित कर दिया था, क्योंकि दिसंबर 2023 में नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने उत्तर प्रदेश के नंदिनी नगर में अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित करने की योजना की घोषणा की।

साल 2023 की शुरुआत से विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत शीर्ष भारतीय पहलवानों ने WFI और इसके पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। अगस्त 2023 में, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने आवश्यक समय सीमा के भीतर चुनाव कराने में विफल रहने के कारण WFI पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप और विरोध प्रदर्शन हुए। जवाब में, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने WFI के मामलों के प्रबंधन के लिए एक तदर्थ समिति का गठन किया।

आखिरकार दिसंबर 2023 में चुनाव हुए और संजय कुमार सिंह को WFI का अध्यक्ष चुना गया। हालांकि, पहलवानों ने उनके चुनाव का विरोध किया और कहा कि वे बृजभूषण सिंह के करीबी हैं। कुछ दिनों बाद, संजय कुमार सिंह ने नंदिनी नगर में अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की घोषणा की। इसके बाद खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई को फिर से निलंबित कर दिया। इसके बाद IOA ने WFI के संचालन की देखरेख के लिए फिर से तदर्थ समिति गठित की।