कहा जाता है कि हर इंसान का एक लक्ष्य होता है और भाग्यशाली लोग इसे हासिल कर पाते हैं। नवरीत जोसन को शायद यह पता नहीं है कि वह अपने लक्ष्य पर डटी हुईं हैं, लेकिन उन्हें इतना यकीन है उन्होंने अपने रास्ते में आने वाली रुढ़ियों को जरूर तोड़ दिया है। नवरीत दिल्ली से बाहर की रहने वाली एक मेकअप आर्टिस्ट हैं। वह एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रसाधन कंपनी के साथ काम करती हैं।
नवरीत की पहचान इतने तक ही सीमित नहीं है। जालंधर की रहने वाली 34 साल की नवरीत बिकिनी वर्ग की श्रेणी में बॉडी बिल्डर भी हैं। नवरीत 2015 में न्यूयॉर्क में हुए एनपीसी न्यूयॉर्क ग्रैंड प्रिक्स में बिकिनी नोविस और बिकिनी ओपन काम्पिटिशन में पहले नंबर (गोल्ड मेडल) पर रही थीं। 2015 में ही एनपीसी ईस्टर्न संयुक्त राज्य अमेरिका चैम्पियनशिप वह बिकिनी नोवाइस कॉम्पिटिशन में दूसरे स्थान (सिल्वर मेडल) पर रहीं। उसी साल एनपीसी फोर्ट लॉडरडेल कप में वह बिकिनी नोवाइस प्रतियोगिता में तीसरे और बिकिनी ओपन में चौथे स्थान पर रहीं।
नवरीत की ये उपलब्धियां भले ही उल्लेखनीय हैं, लेकिन यह एक छोटा सा हिस्सा भर है। यह बताता है कि नवरीत कैसे दो अलग-अलग दुनिया (मेकअप आर्टिस्ट और बॉडी बिल्डिंग) को एक साथ लाईं और बेहद खूबसूरती से उन्हें एकीकार कर दिया। नवरीत एक प्रोफेशनल मेकअप आर्टिस्ट होने के साथ बॉडी बिल्डर भी हैं। नवरीत का बॉडी बिल्डिंग के प्रति झुकाव जिम में एक प्रतिभागी को देखकर हुआ था।
एक इंटरव्यू में नवरीत ने बताया था, ‘मुझे पहली बार 2014 में बिकिनी बॉडी बिल्डिंग के बारे में पता चला था। मेरी बहन जिस जिम में थी, वहां एक प्रतिभागी इसकी तैयारी कर रहा था। इसके बाद मैंने बॉडी बिल्डिंग की वीडियोज देखनी शुरू कर दीं।’ नवरीत ने बताया कि वीडियोज देखकर ही उन्हें बॉडी बिल्डर बनने की प्रेरणा मिली। इसके बाद उन्होंने बॉडी बिल्डिंग में अपना करियर बनाने की सोची।
नवरीत ने बताया, ‘उस रात मैं सो नहीं पाई थी। मुझे लगा कि हर लड़की को इसी तरह की ही बॉडी चाहिए। हालांकि, मैं जानती थी कि बिकिनी बॉडी बिल्डिंग के लिए मेरी राह आसान नहीं थी। लेकिन मैंने जेंडर बैरियर को तोड़ने की ठानी और आज मैं इस मुकाम पर हूं।’ नवरीत ने कहा, ‘खेल के क्षेत्र में हमेशा से जेंडर एक बैरियर रहा है। यहां तक कि खुले दिमाग वाले लोगों के मन में भी महिला बॉडी बिल्डिंग को लेकर दूसरे तरह की धारणाएं रहती हैं। इतिहास को देखें तो एक मस्क्यूलर वुमन को हमेशा गलत समझा गया है। उसके नारीत्व पर सवाल खड़े किए गए हैं। उसे सनकी तक कहा जाता रहा है।’

नवरीत ने बताया, ‘जिम में लड़कियां मुझे सलाह देती थीं। वे कहती थीं कि तुम्हारे मसल बहुत बड़े हैं। तुम कसरत ज्यादा करती हो।’ नवरीत ने कहा, ‘ऐसी बातों ने मुझे बॉडी बिल्डिंग में करियर बनाने के लिए और ज्यादा केंद्रित किया।’ नवरीत ने बताया, ‘बॉडी बिल्डिंग के लिए आपको जिम फ्रीक बनना पड़ता है। आपकी डाइट अहम होती है। मैं सुबह के सेशन में कार्डियो कर दिन में 6 बार खाना खाती थी। हालांकि, मेरे खाने में पालक, लेट्यूस, ब्रोकोली, तोरी और सेम आदि ही होते थे।’

