एलईडी स्टंप के दौर ने क्रिकेट को और भी आधुनिक बना दिया है। स्टंप पर लगी बेल्स अगर हल्की सी भी अपनी जगह से उठ जाए तो वो जगमगाने लगती है और बल्लेबाज आउट करार दे दिया जाता है। लेकिन कुछ घटनाएं हमें अचंभे में डाल जाती हैं। इसपर हम समझ तक नहीं पाते कि ऐसा हुआ तो हुआ कैसे?
एक चौंका देने वाला वाकया ऑस्ट्रेलिया के मिड इयर एसोसिएशन मैच के दौरान हुआ, जिसमें मूनी वैली क्लब और स्थ्रेटमोर हाइट्स क्लब के बीच मैच खेला जा रहा था। हुआ यूं कि गेंदबाज की बॉल मिडिल स्टंप को हिट करते हुए उसे गिरा गई। बावजूद इसके बेल्स अपनी जगह से नहीं हिले। ये आश्चर्यचकित कर देने वाला दृश्य सबको हैरत में डाल गया।
अब अंपायर इस दुविधा में पड़ गए कि बल्लेबाज जतिंदर सिंह को आउट कैसे दिया जाए। क्योंकि क्रिकेट नियमों के अनुसार जब बेल्स स्टंप से पूरी तरह से अलग हो जाए तो ही बल्लेबाज को आउट करार दिया जा सकता है। प्रत्यक्ष तौर पर तो बल्लेबाज आउट था मगर नियम के मुताबिक नॉट आउट। हालांकि अंपायर ने इसपर काफी विचार-विमर्श किया और आखिरकार बल्लेबाज को आउट करार दे दिया गया।
इसपर मुनी वेली के कप्तान माइकल ओज्बन ने कहा, ‘हमें नहीं पता था कि इस घटना का क्या नतीजा होता, लेकिन हमने थोड़ा सोच विचार करके इसको आउट मान लिया. आप ऐसा दोबारा होते हुए बिल्कुल नहीं देखना चाहेंगे।’ बता दें कि सितंबर 2016 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच में अश्विन की फ्लाइटेड गेंद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन के हेलमेट लगकर स्टंप से जा टकराई। बावजूद इसके बेल्स नहीं गिरे और विलियनसन नॉट आउट करार दे दिए गए।

