बांग्लादेश ने तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में श्रीलंका को 33 रन से हरा दिया। रविवार (23 अप्रैल) को ढाका के शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश मैच जीतकर श्रीलंका को करीब तीन साल बाद वनडे में हराने में सफल हुआ। उसे पिछली जीत 15 सितंबर 2018 को दुबई में मिली थी। तब वह एशिया कप में 137 रन से जीता था। इसके बाद श्रीलंका से तीन मैचों में हार मिली। एक में नतीजा नहीं निकला।

इस जीत के साथ ही बांग्लादेश ने लगातार तीन हार के क्रम को तोड़ दिया। वह पिछले तीन मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ हारा था। उसे पिछली जीत वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली थी। बांग्लादेश ने विकेटकीपर मुशफिकुर रहीम की 84 रन की पारी की बदौलत छह विकेट पर 257 रन बनाने के बाद श्रीलंका को 48.1 ओवर में 224 रन पर ऑल आउट कर दिया। ऑफ स्पिनर मेहदी हसन (30 रन पर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी के दम पर बांग्लादेश ने सीरीज में बढ़त बना ली थी।

बांग्लादेश की टीम को इस मैच से पहले तीनों प्रारूपों के 10 मैचों में से नौ में हार का सामना करना पड़ा था और एक मुकाबला ड्रा रहा। टॉस जीत कर बल्लेबाजी के लिए उतरी बांग्लादेश की टीम ने शुरूआत में दो विकेट गंवा दिए। लिटन दास खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए जबकि टीम में वापसी कर रहे अनुभवी शाकिब अल हसन (15) बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। मुशफिकुर के अलावा बांग्लादेश के लिए महमुदुल्लाह (54) और कप्तान तमीम इकबाल (52) ने भी अर्धशतकीय पारियां खेली।

धनंजय डिसिल्वा श्रीलंका के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 ओवर में 45 रन देकर तीन विकेट लिए। मेहदी हसन ने बांग्लादेश के लिए गेंदबाजी की शुरूआत की और दोनों सलामी बल्लेबाज दनुष्का गुनतिलका (21) और कुसल परेरा (30) को चलता किया। उन्होंने धनंजय डिसिल्वा (नौ) को आउट कर एकदिवसीय करियर का 50वां विकेट झटका।

श्रीलंका के मध्यक्रम के लड़खड़ाने के बाद वानिंदु हसरंगा ने 60 गेंद में 74 रन की पारी खेल श्रीलंका की उम्मीदों को जीवंत रखा लेकिन 44वें ओवर में मोहम्मद सैफुद्दिन की गेंद पर उनके आउट होने के बाद टीम की उम्मीदें खत्म हो गई। बांग्लादेश के लिए मेहदी को मुस्तफिजुर रहमान का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 34 रन देकर तीन विकेट लिए। सीरीज का दूसरा मैच मंगलवार को खेला जाएगा।