पेरिस ओलंपिक से तीन महीने पहले भारत की मेडल की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। देश के लिए टोक्यो में मेडल लाने वाले बजरंग पूनिया और रवि दहिया एड हॉर्क द्वारा आयोजित एशियन और वर्ल्ड क्वालिफायर्स के ट्रायल्स में हार गए। दोनों में से कोई भी खिलाड़ी फाइनल तक का सफर भी तय नहीं कर सका।

रवि दहिया को मिली अमन सेहरावत से हार

रवि दहिया ने 2020 ओलंपिक्स में 57 किलोग्राम कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था। ट्रायल्स में 57 किलोग्राम कैटेगरी के मुकाबले नॉर्डिक कैटेगरी में हुए थे। सेलेक्शन ट्रायल में दूसरे राउंड में उनका सामना अमन सेहरावत से था। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। आखिरकार अमन सेहरावत ने 14-13 से मुकाबला जीता। इसके बाद वह दहिया का अगला मुकाबला अंडर20 एशियन चैंपियन उदित से था। इस खिलाड़ी ने रवि दहिया को 10-8 से मात दी। इस हार के बाद रवि दहिया भी रेस से बाहर हो गए।

नॉर्डिक फॉर्मेट का इस्तेमाल तब होता है जब किसी कैटेगरी में छह से कम खिलाड़ी होती हैं। ऐसे में खिलाड़ी रॉबिन राउंड में एक-दूसरे का सामना करते हैं और टॉप तीन खिलाड़ियों को रैंक के आधार पर विजेता चुना जाता है। अगर दो खिलाड़ियों के अंक एक सामान होते हैं तो यह देखा जाता है कि उन दोनों के बीच हुए मुकाबले में विजेता कौन था। जो भी विजेता होता है उसे ऊंची रैंक दी जाती है।

बजरंग पूनिया को मिली करारी हार

बजरंग पूनिया ने 65 किलोग्राम में हिस्सा लिया। पहले राउंड में उन्हें बहुत मुश्किल से रविंदर के खिलाफ 3-3 से ड्रॉ रहे मैच में जीत मिली। रविंदर को मैच में वॉर्निंग मिली थी जिसके कारण बजरंग को जीत मिली। इसके बाद सेमीफाइनल में उनका सामना रोहित कुमार से हुआ। रोहित ने 1-9 से बजरंग को मात दी। इसके साथ ही बजरंग क्वालिफिकेशन रेस से बाहर हो गए।  सेमीफाइनल में हारने के बाद पूनिया गुस्से में तुरंत भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र से चले गये। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अधिकारियों ने पूनिया के डोप नमूने लेने की कोशिश की लेकिन वह तीसरे-चौथे स्थान के मुकाबले के लिए भी नहीं रुके।

सेलेक्शन ट्रायल्स के विजेता

57 किग्रा- अमन सहरावत
65 किग्रा- सुजीत कलकल
74 किग्रा- जयदीप
86 किग्रा- दीपक पुनिया
97 किग्रा- दीपक
125 किग्रा-सुमित