उदीयमान भारतीय शटलर बी साई प्रणीत ने हमवतन खिलाड़ी के श्रीकांत को सिंगापुर ओपन फाइनल में पराजित कर अपना पहला सुपर सीरीज खिताब जीता। दुनिया के 30वें नंबर के प्रणीत ने श्रीकांत को 350,000 डालर इनामी राशि के टूर्नामेंट के फाइनल में 54 मिनट में 17-21 21-17 21-12 से हराया। पिछले साल कनाडा ओपन ग्रां प्री और इस साल सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड जीतने वाले प्रणीत ने जीत के बाद कहा, ‘‘आप जिसके साथ हर दिन खेलते हो, उसके खिलाफ खेलना हमेशा मुश्किल होता है। मैं आज की जीत से काफी खुश हूं। टूर्नामेंट में मैं जिस तरह खेला, उससे बहुत खुश हूं। यहां भारतीय खिलाड़ियों के लिये समर्थन काफी अच्छा था।’’
यह अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन के इतिहास में पहली बार है, जब दो भारतीय खिलाड़ी सुपर सीरीज फाइनल में एक दूसरे के खिलाफ खेले हों और यह मुकाबला काफी रोमांचक भी रहा। गोपीचंद अकादमी में ट्रेनिंग ले चुके दोनों खिलाड़ियों को एक दूसरे के खेल की पूरी जानकारी थी और दोनों हर तरह से एक दूसरे को पस्त करने के लिये प्रयासरत रहे। पहले गेम में श्रीकांत ने कुछ कोण लेते शाट खेलते हुए सटीक स्मैश की मदद से अंक जुटाये। साथ ही प्रणीत के फोरहैंड शाट को शानदार रिटर्न से कई अंक हासिल किये।
दोनों ने लंबी रैलियां नहीं खेली लेकिन श्रीकांत ने अपने स्ट्रोक्स की मदद से पहले ब्रेक तक 11-7 की बढ़त हासिल कर ली। प्रणीत ने श्रीकांत को हर अंक के लिये दौड़ाया और वह 14-15 से करीब तक पहुंच गये। लेकिन श्रीकांत कहीं भी कमजोर नहीं हुए और लाइन स्मैश से पांच गेम प्वाइंट हासिल कर पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में श्रीकांत ने तेजी से 4-1 से बढ़त बना ली लेकिन प्रणीत ने शिंकजा कसते हुए 7-7 की बराबरी हासिल की। दोनों 10-10 के स्कोर तक बराबरी पर चलते रहे लेकिन श्रीकांत के शाट वाइड फेंकने के साथ ही प्रणीत ने एक अंक की बढ़त हासिल कर ली।
इसके बाद प्रणीत ने दबदबा कायम रखा और श्रीकांत के सर्विस की गलती से 20-17 की बढ़त हासिल कर ली। श्रीकांत के फिर से वाइड फेंकने से प्रणीत फिर से मुकाबले में आ गये। निर्णायक गेम में प्रणीत इसी लय को जारी रखते हुए 7-3 से आगे हो गये जिसे बे्रक तक उन्होंने 11-5 से मजबूत कर लिया। श्रीकांत के बैकहैंड शाट पर तेज स्मैश ने प्रणीत की बढ़त कायम रही।
छोर बदलने से भी प्रणीत की लय में कोई बदलाव नहीं हुआ, वह इसी तरह आक्रामक रहे और श्रीकांत को अपने स्ट्रोक्स और बेहतर नेट-प्ले से परेशान करते रहे। अंत में ड्राप शाट ने प्रणीत को 19-12 से बढ़त दिला दी और श्रीकांत के वाइड शाट से वह मैच प्वाइंट पर आ गये। श्रीकांत के फिर से वाइड फेंकने से प्रणीत ने अपना पहला सुपर सीरीज खिताब जीत लिया।
वर्ष 2010 में विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद प्रणीत कुछ दिग्गज शटलरों को पराजित करने में सफल रहे हैं जिसमें मलेशिया के पूर्व आल इंग्लैंड चैम्पियन मोहम्मद हफीज हाशिम, पूर्व ओलंपिक और विश्व चैम्पियन तौफिक हिदायत और दुनिया के नंबर एक ली चोंग वेई शामिल हैं। वह लगातार चोटों से जूझने के कारण सुपर सीरीज के शुरूआती दौर में बाहर होते रहे लेकिन पिछले साल कनाडा में खिताब जीतने के बाद चीजें थोड़ी ठीक हुई।
