स्टार शटलर किदाम्बी श्रीकांत ने अपना र्स्विणम अभियान जारी रखते हुए आज यहां आस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में चीन के शी युकी पर सीधे गेम में जीत दर्ज करके लगातार तीसरी बार किसी सुपर सीरीज बैडंिमटन टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया।
इससे पहले सिंगापुर और इंडानेशिया में खिताबी मुकाबले में पहुंचने वाले श्रीकांत इंडोनेशिया के सोनी ड्वी कुनकोरो, मलेशिया के ली चोंग वेई तथा चीन के चेन लोंग और लिन डैन के बाद लगातार तीन सुपर सीरीज फाइनल में पहुंचने वाले दुनिया के पांचवें खिलाड़ी बन गये हैं।
विश्व के पूर्व नंबर तीन खिलाड़ी श्रीकांत पिछली बार यहां सेमीफाइनल में पहुंचे थे। उन्होंने फिर से शानदार प्रदर्शन करके आल इंग्लैंड के फाइनलिस्ट शी युकी को 37 मिनट तक चले मैच में 21-10, 21-14 से हराया। यह उनकी चीनी खिलाड़ी पर दूसरी जीत है। उन्होंने अप्रैल में सिंगापुर ओपन के क्वार्टर फाइनल में भी शी युकी को हराया था।
श्रीकांत ने कहा, ‘‘यह स्वप्निल प्रदर्शन है। मैं दो साल बाद विश्व सुपर सीरीज फाइनल सिंगापुर ओपन : में खेला था और इसके बाद अगले दो टूर्नामेंट के भी फाइनल में पहुंचना सपने जैसा ही है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पूरे मैच में नियंत्रण बनाये रखा। मैंने उसे आसानी से अंक हासिल नहीं करने दिये। मेरा नेट पर नियंत्रण था। ’’ श्रीकांत का फाइनल में मुकाबला चीन के चेन लोंग और कोरिया के ली ह्यून इल के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं फाइनल के बारे में नहीं सोच रहा हूं। हार या जीत के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं चेन लोंग से चार या पांच बार खेला हूं। अधिकतर समय मुकाबला करीबी रहा। मैं इस साल दो बार उससे खेला और करीबी अंतर से हारा। ’’ जारी भाषा पंत
बैडमिंटन की ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर सीरीज में किदांबी श्रीकांत ने फाइनल में जगह पक्की कर ली है। उन्होंने चीन के शी कुकी को हराया। इससे पहले पुरुष एकल वर्ग में खेले गए क्वार्टर फाइनल में श्रीकांत ने 43 मिनट में प्रणीत को 25-23, 21-17 से मात दी थी।
श्रीकांत ने इससे पहले इंडोनेशिया ओपन का खिताब अपने नाम किया था। अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर श्रीकांत ने विश्व रैंकिंग में 11 स्थानों की छलांग लगाकर 11वां स्थान हासिल कर लिया है।
श्रीकांत और शी के बीच लंबी रैलियां देखने का मिली । भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि पहले गेम में अपने ताकतवर रिटर्न से 9-6 की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद ब्रेक तक वह 11-7 से आगे थे। उन्होंने इसके बाद भी अपना दबदबा बनाये रखा जबकि शी ने शाट बाहर चले जाते या फिर नेट पर टकरा जाते। जब स्कोर 16-9 था तब श्रीकांत की र्सिवस नेट से टकरा गयी।
लेकिन इससे कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने आगे बढ़ना जारी रखा। भारतीय खिलाड़ी ने सीधे स्मैश से यह गेम अपने नाम किया।
शी ने दूसरे गेम में शुरूआती बढ़त हासिल की लेकिन श्रीकांत ने जल्द ही स्कोर 2-2 कर दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ शानदार रैलियां देखने को मिली। दोनों ने एक दूसरे को चौंकाने की कोशिश की लेकिन नेट पर शानदार खेल के कारण श्रीकांत 7-6 से बढ़त बना गये।
शी ने इसके बाद कुछ अच्छे शाट खेले लेकिन श्रीकांत आगे बने रहे और 15-8 से अच्छी स्थिति में पहुंच गये। शी ने इसके बाद लगातार तीन अंक बनाये लेकिन उनकी शटल बाहर चली गयी जिससे भारतीय खिलाड़ी 16-11 से आगे हो गया। इसके बाद श्रीकांत ने पूरी तरह से नियंत्रण रखा और उनके पास सात मैच प्वाइंट थे। पहली बार वह चूक गये लेकिन इसके बाद उन्होंने क्रास कोर्ट स्मैश से मैच अपने नाम किया।
श्रीकांत ने फाइनल तक की अपनी राह में क्वालीफायर केन चाओ यू को हराने के बाद विश्व के नंबर एक खिलाड़ी सोन वान हो को बाहर का रास्ता दिखाया था। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने हमवतन बी साई प्रणीत को पराजित किया था।

