ऑस्ट्रेलिया ने महिला विश्व कप-2017 में निकोल बोल्टन (नाबाद 107) और बेथ मूनी (70) की बदौलत सोमवार को महिला क्रिकेट विश्व कप के चौथे मैच में वेस्टइंडीज को आठ विकेट से मात दे दी। मगर इस मैच में एक ऐसा शर्मनाक वाकया हुआ, जिसे शायद क्रिकेट इतिहास में कभी भुलाया नहीं जा सकता।
हुआ यूं कि इस मैच में मैदानी अंपायर के अलावा कोई भी थर्ड अंपायर नहीं था। जब 14वें ओवर में वेस्टइंडीज की बल्लेबाज चेडिन नेशन ने गेंद को स्केवयर लेग की तरफ मारकर 2 रन चुराने की कोशिश की तो उस दौरान फील्डर ने बॉल सीधे विकेटकीपर के दस्तानों में फेंकी और विकेटकीपर ने बिना देरी किए स्टंप्स भी बिखेर दिए। मगर मैदानी अंपायर कैथी क्रॉस ने बल्लेबाज को नॉट आउट करार दिया। क्योंकि थर्ड अंपायर की गैरमौजूदगी के चलते डिसीजन रैफर नहीं किया जा सकता था, जबकि बल्लेबाज साफ तौर पर आउट था।
बता दें कि पहली पारी खेलने उतरी कैरेबियाई महिला टीम पूरे 50 ओवर नहीं खेल सकी और 47.5 ओवरों में 204 के कुल योग पर पवेलियन लौट गई। वेस्टइंडीज के लिए सलामी बल्लेबाज हेली मैथ्यूज (46), कप्तान टेलर (45), चेडियान नेशन (39) ने उपयोगी पारियां खेलीं। वेस्टइंडीज की छह बल्लेबाजी दहाई तक भी नहीं पहुंच सकीं। ऑस्ट्रेलिया के लिए एलिस पेरी ने सर्वाधिक तीन विकेट चटकाए, जबकि जेस जोनासेन और क्रिस्टेन बीम्स को दो-दो विकेट मिले। वेस्टइंडीज की दो बल्लेबाज रन आउट हो पवेलियन लौटीं।
इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 38.1 ओवरों में दो विकेट खोकर 205 रन बनाते हुए आसान जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया को उसकी सलामी बल्लेबाजों मूनी और बोल्टन ने शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने 171 रनों की बेहतरीन साझेदारी कर टीम की जीत पक्की कर दी। 85 गेंदों में सात चौके और एक छक्का लगाकर बेहतरीन अंदाज में खेल रहीं मूनी 31वें ओवरी की पहली गेंद पर कैरेबियाई कप्तान टेलर का शिकार हुईं। जीत हासिल करने से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इसके बाद कप्तान मेग लैनिंग (12) के रूप में एकमात्र विकेट और गंवाया। टेलर ने ही लैनिंग का विकेट भी लिया। अंत तक नाबाद रहते हुए टीम को जीत दिलाने वाली बोल्टन ने अपनी नायाब शतकीय पारी में 116 गेंदों का सामना कर 14 चौके लगाए।
