आईसीसी द्वारा दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को राहत दिए जाने से ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर और कप्तान स्टीव स्मिथ खासा नाराज हैं। उन्होंने आईसीसी के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘आईसीसी ने कुछ मानक निर्धारित किए थे, किए थे या नहीं? यह स्पष्ट है कि मैच के दौरान संपर्क हुआ था। यह निश्चित है कि मैं कभी भी अपने गेंदबाजों से ऐसा नहीं कहूंगा कि किसी भी मैच के दौरान जब आप कोई विकेट लें तो जाकर बल्लेबाज से भिड़ जाएं। मुझे नहीं लगता कि यह खेल का हिस्सा है।’
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के मुताबिक स्टीव का कहना है कि आईसीसी के मानकों का स्तर गिर गया है। उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि रबाडा मुझसे टकराए थे और फुटेज में जैसा दिख रहा है उससे कहीं ज्यादा जोर से टक्कर हुई थी। इससे मैं ज्यादा परेशान नहीं हुआ था। मुझे लगता है कि जब आप आउट होते हैं तब आप ज्यादा सोच नहीं पाते, उसने मेरा विकेट लिया वो जीत गया, लेकिन इसमें इतना ज्यादा जश्न मनाने की क्या जरूरत? और जब आप पहले ही बल्लेबाज को आउट कर चुके हो तो ऐसे में उसके सामने आने की क्या जरूरत?’ ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने कहा, ‘इस मामले में शामिल दूसरे व्यक्ति से तो कुछ पूछा ही नहीं गया, यह मुझे बहुत ही दिलचस्प बात लगी। अजीब तो यह भी रहा कि रबाडा की एक अपील पर उसके ऊपर लगा बैन हट गया।
आपको बता दें कि आईसीसी ने दक्षिण अफ्रीका के दाएं हाथ के गेंदबाज रबाडा के ऊपर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच खेलने पर रोक लगा दी थी, लेकिन उनकी अपील के बाद यह बैन हटा भी दिया गया। अब रबाडा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न्यूलैंड्स में 22 मार्च से शुरू हो रहे तीसरा टेस्ट मैच खेलेंगे। यह फैसला ज्यूडिशियल कमिशनर माइकल हेरोन द्वारा सोमवार को हुई सुनवाई के बाद लिया गया। हालांकि उनके ऊपर लगा जुर्माना नहीं हटाया गया है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान जब रबाडा अनुच्छेद 2.1.1 का उल्लंघन करते हुए पाए गए थे। उन्होंने जब स्मिथ को आउट किया था तब उन्हें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की ओर ‘यस-यस’ कहते देखा गया था। साथ ही पिच से लौटते हुए रबाडा का कंधा स्मिथ के कंधे से भी टकराया था। इस मामले में हेरोन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि रबाडा का इरादा स्मिथ से संपर्क बनाना था, इसलिए वह अनुच्छेद 2.2.7 के तहत आरोप के दोषी नहीं पाए गए।