Asian Games 2023: हांगझू एशियाई खेलों में चौथे दिन यानी 27 सितंबर 2023 को भारतीय खिलाड़ियों ने 8 पदक जीते, इसमें से 7 पदक निशानेबाजी से आए। हालांकि, मुक्केबाजी में भारत के हाथ निराशा हाथ लगी। अनुभवी मुक्केबाज शिव थापा और संजीत को पहले ही दौर में हार का सामना करना पड़ा।
युवा निशानेबाज सिफत कौर सामरा ने महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता। अन्य भारतीय निशानेबाजों ने भी दबदबा बनाया। सिफत की ही स्पर्धा में आशी चौकसी ने 451.9 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। आशी एक समय रजत पदक की दौड़ में शामिल थीं। ईशा सिंह ने महिला 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में 34 अंक के साथ रजत पदक जीता।
ईशा ने रजत पदक के दौरान अपनी सीनियर साथी मनु भाकर को भी पछाड़ा, जो क्वालिफिकेशन में शीर्ष पर रहने के बाद 5वें स्थान पर रहीं। सिफत ने 469.6 के विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। वह राइफल थ्री पोजीशन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज भी बनीं।
इससे पहले मनु भाकर, ईशा और रिदम सांगवान की तिकड़ी ने टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। निशानेबाजी के दिन के अंतिम फाइनल में अनंत जीत सिंह नरुका ने पुरुष स्कीट स्पर्धा में रजत पदक जीता। उन्होंने इससे पहले अंगद वीर सिंह बाजवा और गुरजोत खांगुरा के साथ मिलकर टीम स्पर्धा का कांस्य पदक भी जीता। नरुका, बाजवा और खांगुरा की तिकड़ी ने टीम स्पर्धा में 355 अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
मेजबान चीन ने स्वर्ण पदक, जबकि कतर ने रजत पदक जीता
मेजबान चीन ने स्वर्ण पदक, जबकि कतर ने रजत पदक जीता। नरुका ने व्यक्तिगत फाइनल के अंतिम दौर में 10 में से 10 अंक जुटाए, लेकिन इसके बावजूद 60 में से 58 अंक ही बना पाए। कुवैत के अब्दुल्ला अलरशीदी ने 60 में से परफेक्ट 60 से विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए स्वर्ण पदक जीता। कतर के नासिर अल-अतिया ने 46 अंक के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।
भारत की महिला टीम हालांकि, स्कीट स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहते हुए स्पर्धा से बाहर हो गई। टीम स्पर्धा में कजाकिस्तान, चीन और थाइलैंड शीर्ष तीन स्थान पर रहे। महिला थ्री पोजीशन में मेजबान देश चीन की कियोंगयुई झेंग ने 462.3 अंक के साथ रजत पदक जीता और भारतीय निशानेबाजों को पहले दो स्थानों पर आने से रोका।
सिफति कौर ने क्वालिफिकेशन में तोड़ा एशियाई खेलों का रिकॉर्ड
सिफत ने क्वालिफिकेशन में 600 में से 594 अंक से चीन की शिया सियु के साथ एशियाई खेलों का रिकॉर्ड तोड़ा। चीन की खिलाड़ी हालांकि 10 अंक के अंदरूनी हिस्से में अधिक निशाने लगाकर शीर्ष पर रही। आशी ने 590 अंक के साथ छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। माणिनी 18वें स्थान पर रहीं। उन्होंने 580 अंक जुटाए। आशी, माणिनी और सिफत की तिकड़ी ने क्वालिफिकेशन में 1764 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए रजत पदक अपने नाम किया।
मेजबान चीन ने कुल 1773 अंक के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया जबकि दक्षिण कोरिया ने 1756 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। महिला 25 मीटर पिस्टल में मनु, ईशा और रिदम की टीम कुल 1759 अंक के साथ टीम स्पर्धा में शीर्ष पर रही। चीन की टीम ने 1756 अंक के साथ रजत पदक जीता जबकि दक्षिण कोरिया की टीम 1742 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रही।
मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन में शीर्ष पर रहते हुए बनाई थी फाइनल में जगह
मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन में कुल 590 अंक के साथ शीर्ष पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। ईशा सिंह 586 अंक के साथ 5वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में पहुंची। रिदम (583) ने भी 7वां स्थान हासिल किया, लेकिन वह फाइनल में नहीं पहुंची, क्योंकि एक देश के दो निशानेबाजों को ही फाइनल में खेलने की अनुमति है। ईशा ने 25 मीटर रेंज में 34 अंक के साथ रजत पदक जीता।
चीन की रुइ ल्यू ने खेलों के रिकॉर्ड 38 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि दक्षिण कोरिया की जिन येंग 29 अंक के साथ कांस्य पदक अपने नाम करने में सफल रहीं। ल्यू ने स्वर्ण पदक जीतने के दौरान भारत की राही सरनोबत के 34 अंक के रिकॉर्ड को भी तोड़ा। स्वर्ण पदक के मुकाबले में ईशा पांच निशानों में से तीन में चूक गईं, जबकि चीन की खिलाड़ी ने चार निशाने सही लगातार शीर्ष पर रहना सुनिश्चित किया।
ईशा का पदक यहां निशानेबाजी में भारत का 10वां पदक है। भारत 2018 खेलों के अपने प्रदर्शन में सुधार कर चुका है, जहां उसने नौ पदक जीते थे। हालांकि कोरिया की निशानेबाज का एक शॉट मिस होने से फाइनल में लंबे समय तक विलंब हुआ। जजों ने इसके बाद टारगेट का निरीक्षण किया और बैक अप टारगेट भी दिया जिससे कि पता चला सके कि निशानेबाज का निशाना चूका है या निशाना दर्ज करने में चूक गई।
किर्गिस्तान के अस्कत कुलताएव से हारकर एशियाई खेलों बाहर हो गए शिव थापा
मुक्केबाजी की बात करें तो शिव थापा किर्गिस्तान के अस्कत कुलताएव से हारकर एशियाई खेलों बाहर हो गए, जबकि संजीत (92 किग्रा) को भी पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा। रिकॉर्ड छह बार एशियाई चैम्पियनशिप पदक जीतने वाले शिवा को पहले दौर में बाई मिली थी, वह प्री क्वार्टर फाइनल में कुलताएव के लगातार मुक्कों और फुर्ती के सामने पस्त हो गए। शिवा पदक दावेदारों में शामिल थे, जिससे उनका हारना सभी के लिए निराशाजनक रहा। उन्हें ड्रॉ भी बहुत मुश्किल नहीं मिला था।
कुलताएव ने आक्रामक होकर मुक्के जड़े जिससे शिवा ‘ऑफ गार्ड’ हो गए। इस भारतीय मुक्केबाज ने संभलने का प्रयास करते हुए ताकतवर हुक्स लगाए, लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी को अपनी लंबाई का फायदा मिला, जिससे शिवा को दूर से ही मुक्के लगाने पड़े और जजों ने कुलताएव को पहले राउंड में 4-1 अंक दिए। किर्गिस्तान के मुक्केबाज ने दूसरे राउंड में भी यही दबदबा जारी रखा और शिवा को डिफेंसिव होना पड़ा, जिससे असम का यह मुक्केबाज दूसरा राउंड भी गंवा बैठा।
तीसरे राउंड में शिवा ने प्रयास करते हुए लगातार मुक्के जड़ने शुरू किए, लेकिन कुलताएव ने पीछे होकर आराम से बचाव किया। वहीं दूसरे भारतीय मुक्केबाज संजीत को विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लाजिजबेक मुलोजोनोव से 0-5 से हार मिली। संजीत के पास 2022 सुपर हैवीवेट एशियाई चैंपियन के मुक्कों से बचने का कोई रास्ता नहीं था, जिससे वह रक्षात्मक होकर खेले। एक बार वह मुलोजोनोव के मुक्के से संतुलन खो बैठे। दोनों मुक्केबाजों के बीच अंतर साफ दिख रहा था।
एशियाई खेलों में भारत समेत टॉप-6 देशों की पदक तालिका (27 सितंबर 2023 शाम 5:00 बजे तक)
देश | स्वर्ण पदक | रजत पदक | कांस्य पदक | कुल पदक |
भारत | 05 | 07 | 10 | 22 |
चीन | 73 | 40 | 19 | 132 |
जापान | 13 | 24 | 22 | 59 |
उज्बेकिस्तान | 06 | 10 | 12 | 28 |
हॉन्गकॉन्ग | 05 | 07 | 14 | 26 |
थाइलैंड | 05 | 02 | 08 | 15 |