टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) की 258 खिलाड़ियों वाली सूची पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। बैडमिंटन में मौजूदा नेशनल चैंपियन (डबल्स जूनियर) रितिका ठाकरे और सिमरन सिंघी का नाम इस सूची में शामिल नहीं किए जाने पर दो बार की ओलंपियन ज्वाला गुट्टा ने सवाल उठाए थे।
अब इस सूची में से जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वालीं हेप्टाथलॉन खिलाड़ी स्वप्ना बर्मन का भी नाम गायब है। जबकि लिस्ट में एक ऐसे एथलीट का नाम शामिल है जो डोप जांच में फेल हो गया था। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के कोलकाता एक्सीलेंस सेंटर में स्वप्ना 2012 से ट्रेनिंग ले रही हैं। सितंबर 2017 में उन्हें सरकार की ‘टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम’ (टॉप्स) में शामिल किया गया था।
एक शीर्ष कोच के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा है, स्वप्ना का चयन न होना हैरानी भरा है। पिछले तीन वर्षों से वह लगातार देश की बेहतरीन एथलेटिक्स में से एक रही हैं। उन्होंने एशियन गेम्स में गोल्ड और 2017 एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर खुद को साबित करके भी दिखाया है।
एथलीट शैली सिंह उनका नाम भी इस सूची में नहीं है। अंडर-16 में लंबी कूद (लॉन्ग जंप) में राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी शैली से 2024 और 2028 ओलंपिक में मेडल लाने की भी उम्मीदें हैं। इस सूची में जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक) रोहित यादव का नाम है। रोहित नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) की जांच में पॉजिटिव पाए गए थे। उन्होंने प्रतिबंधित दवा स्टेनोजोलोल का सेवन किया था।
रोहित पर 2017 में नाडा ने चार साल का प्रतिबंध लगया था। बाद में नाडा के पैनल ने इसको कम करके एक साल कर दिया था। वहीं, टॉप्स की सूची में नाम नहीं शामिल किए जाने पर स्वप्ना ने कहा, ‘मैं इसको नकारात्मक तरह से नहीं सोच रही हूं। मैं अपनी ओर से लगातार कठिन परिश्रम और मेहनत करती रहूंगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर में अपना बेस्ट देना चाहूंगी।’
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी की रहने वालीं स्वप्ना एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने के अलावा पिछले साल दोहा में हुई एशियन चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। टॉप्स की सूची में खिलाड़ियों के नाम के मसले पर एथलेटिक्स फेडरेसन ऑफ इंडिया (एफएआई) के सूत्रों ने अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया है। वहीं, टॉप्स के सूत्रों ने दावा किया है कि इसके लिए एफएआई से भी रायशुमारी ली गई थी।