चीन के हांगझू में होने वाले एशियन गेम्स भारत के कई दिग्गज खिलाड़ियों के लिए आखिरी एशियाड होंगे। सालों से भारत का प्रतिनिधित्व करते आ रहे यह खिलाड़ी आखिरी एशियन गेम्स में भी देश के लिए मेडल लाने के प्रबव दावेदार हैं। टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना से लेकर हॉकी के दिग्गज गोलकीपर पी आर श्रीजेश और महान टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंत शरत कमल तक कई खेलों के दिग्गज इस बार एशियाड को अलविदा कहेंगे।

इन खिलाड़ियों का होगा आखिरी एशियाड

रोहन बोपन्ना : 43 वर्ष के बोपन्ना ने इस साल पुरूष युगल वर्ग में विम्बलडन सेमीफाइनल और अमेरिकी ओपन फाइनल खेला । उन्होंने 17 सितंबर को ही डेविस कप से विदा ली और हांगझू में पुरुष डबल्स एशियन गेम्स में उनकी आखिरी स्पर्धा होगी । इक्कीस साल पहले एशियाई खेलों में डेब्यू करने वाले बोपन्ना गत चैम्पियन हैं । उन्होंने 2018 में दिविज शरण के साथ खिताब जीता था । वह हांगझू में युकी भांबरी के साथ उतर सकते हैं ।

शरत कमल : 41 वर्ष के टेबल टेनिस स्टार शरत कमल अब तक एशियाई खेलों में दो मेडल जीत चुके हैं । यह उनका पांचवां और आखिरी टूर्नामेंट है । उन्होंने पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में तीन स्वर्ण मेडल जीते थे । पुरूष टीम ने पिछली बार कांस्य मेडल जीता था और इस बार भी मेडल की प्रबल दावेदार है । एशियाई खेलों में प्रतिस्पर्धा का स्तर राष्ट्रमंडल खेलों से काफी कठिन रहता है । शरत ने पिछली बार मनिका बत्रा के साथ कांस्य जीता था लेकिन इस बार मनिका एशियाई खेलों में जी साथियान के साथ उतरेगी ।

पी आर श्रीजेश : भारतीय हॉकी की दीवार श्रीजेश एक समय में एक ही टूर्नामेंट पर फोकस कर रहे हैं । यह उनके आखिरी एशियाई खेल हैं जिनमें गोल्ड मेडल जीतकर अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिये सीधे क्वालिफाई करना भारतीय टीम का लक्ष्य है। भारत के लिये 2006 में सीनियर स्तर पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद वह टोक्यो ओलंपिक में 41 साल बाद ब्रॉन्ज जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे । जकार्ता में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय टीम को अगर मेडल का रंग बदलना है तो उसमें श्रीजेश की अहम भूमिका होगी।

दीपिका पल्लीकल : दो बच्चों की मां दीपिका का यह चौथा और आखिरी एशियाई खेल है । वह एशियाई खेलों में दो सिंगल्स और दो टीम मेडल जीत चुकी है । वह इस बार मिश्रित युगल में हरिंदर पाल संधू के साथ खेलेगी । दीपिका ने बच्चों के जन्म के बाद जोशना चिनप्पा और सौरव घोषाल के साथ दो विश्व खिताब जीते । उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में भी मिक्स्ड डबल्स ब्रॉन्ज जीता था ।

बजरंग पूनिया : 29 वर्ष के पहलवान पूनिया भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के मामले में प्रदर्शन की अगुवाई करने के बाद पहली बार मैट पर लौटेंगे । वह 65 किलोवर्ग में गत चैम्पियन हैं । तोक्यो ओलंपिक कांस्य मेडल विजेता पूनिया तीसरी बार एशियाई खेलों में भाग लेंगे । वह 2014 में इंचियोन में रजत मेडल जीत चुके हैं ।

सीमा पूनिया : 40 वर्ष की सीमा ने पिछले दो सत्रों में स्वर्ण और कांस्य मेडल जीता। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में वह मेडल नहीं जीत सकी थी । एशियाई खेल उनके पास पोडियम पर खड़े होने का आखिरी मौका है।