एशियन गेम्स में भारत इस बार 600 से ज्यादा संख्या का दल भेजने वाला है। इस दल में आठ स्क्वाश खिलाड़ी भी शामिल हैं जो कि एक बार फिर देश की झोली मेडल से भरने के लिए बेताब हैं। स्क्वाश खिलाड़ी पिछले साल बिना कोच के भी पांच मेडल जीत कर लाए थे और इस बार भी ऐसी ही कुछ उम्मीद है।

स्क्वाश में भारत का इतिहास

भारत एशियन गेम्स में स्क्वाश का चौथा सबसे सफल देश है। उन्होंने एक गोल्ड, तीन सिल्वर और नौ ब्रॉन्ज मेडल समेत 13 मेडल अपने नाम किए हैं। भारत ने इकलौता गोल्ड मेडल साल 2014 के इंचियोन में जीता था। यह मेडल भारत ने पुरुष टीम में इवेंट में जीता था जिसमें सौरव घोषाल, कुश कुमार, महेश मानगांवकर और हरिंदर पाल सिंह संधू शामिल थे।

2018 के एशियाड में भारत का प्रदर्शन

साल 2018 में भारत ने 8 खिलाड़ियों का दल भेजा था जिसमें चार महिलाएं और चार पुरुष खिलाड़ी शामिल थे। यह दल बिना किसी मुख्य कोच के जर्काता पहुंचा था। इन 8 खिलाड़ियों ने मिलकर देश के लिए पांच मेडल जीते थे। सौरव घोषाल ने पुरुष सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता वहीं महिला सिंगल्स में दीपिका पल्लीकल और जोशना चिन्नाप्पा ने भी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए। टीम इवेंट में भी भारत को दो मेडल हासिल हुए। महिला टीम ने सिल्वर और पुरुष टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

पहली बार मिक्स्ड डबल्स एशियाड में शामिल

भारत ने इस साल भी 8 खिलाड़ियों को भेजने का फैसला किया है। यह खिलाड़ी पुरुष सिंगल्स, महिला सिंगल्स, मिक्स्ड डबल्स, पुरुष टीम इवेंट और महिला टीम इवेंट में मेडल के लिए दावेदारी पेश करेंगे। एशियन गेम्स में पहला मौका है जब मिक्स्ड डबल्स को शामिल किया गया है।

महिला टीम की मजबूत दावेदारी

महिला टीम में इस बार भी दीपिका पल्लीकल और जोशना चिनाप्पा का नाम शामिल हैं। भारत की सबसे अनुभवी खिलाड़ियों के लिए यह आखिरी एशियाड हो सकता है ऐसे में वह मेडल के साथ इस सफर को अलविदा कहना चाहेंगी। जोशना और दीपिका दोनों वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप 10 में रह चुकी हैं। अनाहत सिंह इस दल की सबसे युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने पिछले साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में हैरान किया था। महज 14 साल की उम्र में उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व किया। तनवी हाल ही में जोशना को पछाड़कर भारत की नंबर वन महिला स्क्वाश खिलाड़ी बनी थीं।

सौरव घोषाल करेंगे टीम की अगुआई

पुरुष टीम की अगुआई करने की जिम्मेदारी दिग्गज खिलाड़ी सौरव घोषाल पर होगी। 37 साल के सौरव ने पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स के सिंग्ल्स वर्ग में ऐतिहासिक ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह ऐसा करने वाले देश के पहले खिलाड़ी थे। सौरव बीते चार एशियाड में देश के लिए मेडल जीते हैं जिसमें एक सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। उनके अलावा टीम में हरिंदरपाल और महेश भी शामिल हैं जो कि देश के लिए इन गेम्स में इकलौता गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।

पुरुष टीम – सौरव घोषाल, अभय सिंह, महेश मानगोनकर और हरिंदरपाल सिंह संधू

महिला टीम – जोश्ना चिनाप्पा, दीपिका पल्लीकल, अनाहत सिंह और तनवी खन्ना