एशिय गेम्स में कबड्डी के खेल को 1982 में पहली बार शामिल किया गया था। हालांकि तब वह केवल एक एग्जीबिशन खेल था। साल 1990 से यह लगातार इन खेलों का हिस्सा रहा। भारत एशियाड में कबड्डी के खेल में सबसे सफल देश है। पुरुष और महिला, टीम दोनों ने ही अपना वर्चस्व कायम किया हुआ था जिसे पिछले एशियन गेम्स में बड़ा झटका लगा। इस बार भारतीय टीम की नजर अपना ताज फिर हासिल करने पर होगी।
कबड्डी में भारत का प्रदर्शन
भारत ने कबड्डी में अब तक 11 मेडल हासिल किए हैं। इन 11 मेडल में नौ गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज शामिल हैं। भारत को पिछले एशियन गेम्स में पुरुष वर्ग में ब्रॉन्ज और महिला वर्ग में सिल्वर मेडल मिला था। यह पहला मौका था जब भारत की कोई भी टीम गोल्ड हासिल नहीं कर सकी थी।
2018 में भारत के हाथ लगी थी निराशा
पिछले एशियन गेम्स के सेमीफाइनल में भारतीय पुरुष टीम को ईरान से हार का सामना करना पड़ा था। भारत 14 अंक के अंतर से यह मुकाबला हारा था। जो टीम जकार्ता के एशियन गेम्स के सेमीफाइनल में हारी थी उसका कोई भी खिलाड़ी इस बार टीम का हिस्सा नहीं है। पुरुष टीम के लिए आत्मविश्वास ईरान के खिलाफ इसलिए बढ़ा हुआ क्योंकि उन्होंने हाल ही में हुई एशियन चैंपियनशिप में ईरान को दो बार हराया था।
महिला कबड्डी को साल 2010 में एशियन गेम्स में शामिल किया गया था। भारत ने लगातार दो गोल्ड जीते लेकिन वह हैट्रिक से चूक गई। महिला टीम को पिछले एशियन गेम्स में ईरान के हाथों अपना गोल्डन हैट्रिक का मौका गंवाना पड़ा था। ईरान ने फाइनल में भारत को 27-24 से हराया था। उनके ऊपर भी इस बार फिर से गोल्ड हासिल करने का दबाव होगा।
कबड्डी टीमें
पुरुष टीम: नितेश कुमार, परवेश भैंसवाल, सचिन, सुरजीत सिंह, विशाल भारद्वाज, अर्जुन देशवाल, असलम इनामदार, नवीन कुमार, पवन सहरावत, सुनील कुमार, नितिन रावल, आकाश शिंदे।
महिला टीम: अक्षिमा, ज्योति, पूजा, पूजा, प्रियंका, पुष्पा, साक्षी कुमारी, रितु नेगी, निधि शर्मा, सुषमा शर्मा, स्नेहल प्रदीप शिंदे, सोनाली विष्णु शिंगत।
कबड्डी शेड्यूल- पुरुष और महिला टीमें
ग्रुप मैच- 2, 3, 4 और 5 अक्टूबर
सेमीफाइनल- 6 अक्टूबर
फाइनल– 7 अक्टूबर