पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने बुधवार को तीन मुक्केबाजों द्वारा दायर याचिका खारिज करते हुए कहा कि एशियाई खेल इस हफ्ते शुरु हो रहे हैं इसलिये अब ट्रायल्स कराना संभव नहीं है। इन मुक्केबाजों में विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघाल भी शामिल हैं।

कोर्ट ने नहीं दी राहत

एशियाई खेल 23 सितंबर से हांगझोउ में शुरु होंगे। पंघाल (51 किग्रा), राष्ट्रीय चैम्पियन रोहित मोर (57 किग्रा) और राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता सागर अहलावत (+92 किग्रा) ने जुलाई में एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख किया था। हरियाणा स्थित खेल कार्यकर्ता जयपाल धनखड़ उनके साथी याचिकाकर्ता हैं।

उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘अदालत ने ट्रायल आयोजित करने की याचिका खारिज कर दी क्योंकि अब बहुत कम समय बचा है। एशियाई खेल 23 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘विस्तृत फैसला एक या दो दिन में आने की उम्मीद है। ’’

अमित पंघाल ने उठाए थे चयन पर सवाल

एशियाई खेलों के मौजूदा लाइट फ्लाईवेट चैंपियन पंघाल ने बताया था, ‘‘मैंने ट्रायल की मांग की थी। मैं इस नयी अंक प्रणाली को नहीं समझता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान भी इस प्रणाली के आधार पर मेरे वजन वर्ग (दीपक) में चुना गया। मैंने उसे 5-0 से हराया था, फिर भी उसका चयन हुआ। ’’

पंघाल ने जकार्ता में जीता था मेडल

विश्व रैंकिंग के पूर्व नंबर एक पहलवान पंघाल ने ओलंपिक को छोड़ कर कई बड़े आयोजनों में पदक जीता है। उन्होंने पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रायल के दौरान वर्ल्ड चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता दीपक भोरिया को हराया था, जिन्हें एशियाई खेलों के लिए 51 किलोग्राम भार वर्ग में चुना गया है। पंघाल ने कहा, ‘‘मैंने उसे पहले भी ट्रायल्स में हराया है। अंक प्रणाली में भी मैं उससे आगे हूं लेकिन फिर मैं रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हूं।’’ इस 27 साल के मुक्केबाज ने कहा, ‘‘ मुझे शिविर में हतोत्साहित किया गया है, क्योंकि वे अपने लोगों को भेजना चाहते हैं। अगर आपके आस-पास के लोग बार बार यह कहते है कि आप अच्छा नहीं कर रहे है तो आप ऐसा ही महसूस करने लगते है।’’

भाषा के इनपुट के साथ