एशियन गेम्स की शुरुआत में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। सभी खेलों से जुड़े खिलाड़ी अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में लगे हुए हैं। भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि छह महीने के इंतजार के बाद उन्हें टेबल टेनिस से खुशखबरी मिली है। लगभग छह महीने बाद भारत डब्ल्यूटीटी खिताब जीतने में में कामयाब रहा। इसका श्रेय जाता है सुतिर्था मुखर्जी और अयहिका मुखर्जी को।
किहारा- मिवा हारीमोटो
भारतीय महिला डबल्स जोड़ी ने रविवार को ट्यूनिस में डब्ल्यूटीटी कंटेडर टूर्नामेंट के फाइनल में जापान की मियु किहारा और मिवा हारीमोटो की जोड़ी को 3-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। सुतिर्था और अयहिका की जोड़ी ने फाइनल में जापानी जोड़ी को 11-5 11-6 5-11 13-11 से मात दी। भारतीय जोड़ी ने शनिवार को कोरिया की शिन युबिन और जियोन जिही की जोड़ी को सेमीफाइनल में 3-2 (7-11 11-9 11-9 7-11 11-9) से पराजित किया।
मनिका बत्रा-साथियान की जोड़ी हारी
मनिका बत्रा और जी साथियान की भारतीय मिक्स्ड डबल्स जोड़ी के अलावा मानव ठक्कर और मानुष शाह की पुरुष डबल्स जोड़ी को शनिवार को अपने अपने सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। मनिका बत्रा और जी साथियान की भारतीय मिक्स्ड डबल्स जोड़ी के अलावा मानव ठक्कर और मानुष शाह की पुरुष डबल्स जोड़ी को अपने अपने सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
सिंगल्स में खत्म भारतीय चुनौती
पुरुष सिंगल्स में हरमीत देसाई को शुक्रवार को प्री-क्वार्टर फाइनल में चीन के लियांग यानिंग के हाथों 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। लगभग 20 मिनट तक चले मैच में देसाई 5-11, 6-11, 5-11 से हार गए। उनकी हार से पुरुष सिंगल्स में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। महिला एकल में भी भारत का अभियान अयहिका मुखर्जी की हार के साथ खत्म हो गया। अयहिका को प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान की मियू नागासाकी से 0-3 (5-11 9-11 10-12) से हार का सामना करना पड़ा।
