भारतीय महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार को हीरो हॉकी एशिया कप टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली है। भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में जापान को 4-2 से हराया। उधर, चीन की टीम भी दक्षिण कोरिया को हराकर फाइनल में प्रवेश कर चुकी है। उसने कोरिया को 3-2 से हराया। 6 नवम्बर को होने वाले फाइनल में भारत और चीन का सामना होगा। अब भारत के सामने 2009 में फाइनल में मिली हार का हिसाब चुकाने का मौका है।
भारत के लिए गुरजीत कौर ने सातवें और नौवें मिनट में दो गोल किए जबकि नवजोत कौर ने नौवें मिनट में टीम के लिए तीसरा गोल किया। लालरेमसियामी ने अपनी टीम के लिए 38वें मिनट में एक अहम गोल किया। दूसरी ओर, जापान के लिए शिहो शुजी ने 17वें और युई यिशीबाशी ने 28वें मिनट में गोल किया। एक समय भारत ने 3-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन जापान ने दो लगातार गोलों की मदद से शानदार वापसी करते हुए मैच में रोमांच ला दिया। ऐसा लग रहा था कि यह मैच पेनल्टी शूटआउट की ओर बढ़ेगा लेकिन अहम पड़ाव पर लालरेमसियामी के गोल ने अंतर पैदा कर दिया।
FT! The Indian Women’s Team are through to the Final of the 9th Women’s #AsiaCup2017 with a splendid win over Japan on 3rd Nov.#INDvJPN pic.twitter.com/VjFGoHxboa
— Hockey India (@TheHockeyIndia) November 3, 2017
भारत ने गुरुवार को क्वार्टर फाइनल मैच में कजाकिस्तान को 7-1 से मात देते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया था, वहीं जापान ने मलेशिया को 2-0 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई थी। भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में केवल एक बार खिताबी जीत हासिल की है। उसने 2004 में अपनी मेजबानी में जापान को 1-0 से मात देकर खिताब अपने नाम किया था।
भारतीय टीम ने चौथी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। 1999 में उसे अपनी मेजबानी में फाइनल में दक्षिण कोरिया के हाथों 2-3 की हार मिली थी। हालांकि, वह 2004 में इस खिताब को जीतने में कामयाब रहा। साल 2009 में बैंकॉक में आयोजित हुए टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन चीन ने 5-3 से मात देकर उसके हाथों से खिताब छीन लिया।

