अनिल कुंबले के पद से इस्तीफा देने के दो दिन बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इस मसले पर चुप्पी तोड़ी है। कोहली ने कहा, अनिल भाई ने पद छोड़ने के फैसला किया और हम उसकी इज्जत करते हैं। चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान कोहली ने इस मामले पर चुप्पी साध ली थी और कहा था कि खेल जगत में कई तरह की अटकलें चल रही हैं और ये वो लोग फैला रहे हैं, जो ड्रेसिंग रूम का हिस्सा भी नहीं हैं। कोहली ने कहा कि जो भी ड्रेसिंग रूम में होता है, वह गुप्त रहता है। फिलहाल टीम इंडिया वेस्टइंडीज दौरे पर गई है। चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में मिली करारी हार के बाद टीम काफी दबाव में है।

सहयोगी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने जब कोहली से पूछा कि क्या ये स्थिति और बेहतर तरीके से संभाली नहीं जा सकती थी? तो उन्होंने कहा, बिल्कुल, लेकिन अनिल भाई ने अपने विचार जता दिए थे और उन्होंने पद छोड़ने का फैसला कर लिया था और हम उसकी इज्जत करेंगे। कोहली ने कहा कि चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान मैंने 11 प्रेस कॉन्फ्रेंस की थीं। हमने पिछले 3-4 साल से एक परंपरा बनाई है कि जो भी ड्रेसिंग रूम में होगा, हम उसे गुप्त रखेंगे। इसी में पूरी टीम विश्वास करती है। कुंबले की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा, बतौर क्रिकेटर उन्होंने देश के लिए जो किया है, मैं उनकी इज्जत करता हूं।

गौरतलब है कि अनिल कुंबले ने मंगलवार को कोच पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद क्रिकेट जगत में लोगों ने उनका समर्थन किया था। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। गावस्कर ने उन लोगों से सफाई देने को कहा है, जो मानते हैं कि अनिल कुंबले एक असहनीय शख्स थे। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि इससे नए कोच को फायदा मिलेगा, जिसे यह मालूम होगा कि वह क्या कर सकता है और क्या नहीं। यह भी बात सामने आई थी कि कोच अनिल कुंबले टीम के खिलाड़ियों को बच्चों की तरह डांटते थे। एक सूत्र ने एनडीटीवी को बताया कि दोनों के बीच मतभेद कई कारणों के चलते हुए थे। जिनमें से एक ये कारण था।

यहां तक कि फाइनल की हार के बाद टीम के खिलाड़ी इस बात से डरे हुए थे कि कुंबले उन्हें डांट लगाएंगे। कुंबले अक्सर खिलाड़ियों को स्कूली बच्चों की तरह डांट लगाते थे। यहां तक कि कुंबले-कोहली के बीच बीते 6 महीनों से बातचीत तक बंद थी। दोनों के बीच मतभेद सुलझाने के लिए चैंपियंस ट्रॉफी के बाद तीन मीटिंग भी हुई थी।