क्रिकेट से शुक्रवार (13 जुलाई) को संन्यास की घोषणा करने वाले क्रिकेटर मोहम्मद कैफ दोबारा राजनीति में एंट्री करने के मूड में नहीं हैं। कैफ ने साल 2014 में राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें कुछ खास सफलता नहीं मिली थी। उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था। उनके सामने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य थे। मौर्य को जहां इस चुनाव में 5 लाख से ज्यादा वोट मिले थे तो वहीं कैफ राजनीति के मैदान में पहली पारी में ही क्लीन बोल्ड हो गए थे। कैफ को महज 58 हजार वोट ही मिले थे। ऐसे में अब जब कैफ ने क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया, तब उनसे राजनीति में दोबारा एंट्री को लेकर सवाल किया गया, जिसके जवाब में 37 वर्षीय क्रिकेटर ने कहा, ‘मैं अभी किसी भी क्षेत्र में किस्मत आजमाना नहीं चाहता हूं। मैंने राजनीति के बारे में विचार नहीं किया है। एक बार चुनाव लड़ लिया, काफी है।’

हालांकि कैफ ने कहा है कि वह उत्तर प्रदेश के उन युवाओं के लिए जरूर कुछ करना चाहेंगे जो क्रिकेटर बनना चाहते हैं। कैफ ने कहा कि उनका जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ और उन्होंने क्रिकेट के बारे में जो कुछ भी सीखा वह यहीं से सीखा, ऐसे में वह भविष्य में अगर कुछ करेंगे तो अपने प्रदेश के लिए ही करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं भविष्य में उत्तर प्रदेश के उभरते खिलाड़ियों के लिए जरूर कुछ करना चाहूंगा। मुझे अगर यूपी क्रिकेट संघ कोई जिम्मेदारी देगा तो मैं इस पर जरूर विचार करूंगा, लेकिन कुछ समय बाद।’

बता दें कि 13 जुलाई को मोहम्मद कैफ ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा की। कैफ ने भले ही टीम इंडिया के लिए आखिरी मैच 12 साल पहले खेला था, लेकिन वह छत्तीसगढ़ रणजी से जुड़े हुए थे, ऐसे में उन्हें करीब 5 से 6 महीने अपने परिवार से दूर रहना पड़ता था। अब कैफ ने ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार को देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि उनके बच्चे अभी काफी छोटे हैं और वह उनके साथ ही समय बिताना चाहते हैं।