भारत ने इंडोनेशिया के जकार्ता में चल रहे 18वें एशियाई खेलों के 10वें दिन मंगलवार (28 अगस्त) को चार गुणा 400 मीटर मिक्स रिले टीम स्पर्धा में सिल्वर अपने नाम किया। भारत के मोहम्मद अनस, पोवम्मा राजू माचेत्रा, हिमा दास और राजीव अरोकिया की टीम ने तीन मिनट 15.71 सेकेंड का समय निकालते हुए सिल्वर पर कब्जा जमाया। इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल बहरीन के नाम रहा जिसने तीन मिनट 11.89 सेकेंड का समय निकाला जबकि कजाकिस्तान की टीम तीन मिनट 19.52 सेकेंड का समय निकाल कर तीसरे स्थान पर रहीं।
इस स्पर्धा को पहली बार एशियाई खेलो में शामिल किया गया है और यह विवादों में शमिल हो गया। वजह ये है कि एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने (एएफआई) ने मंगलवार को 4×400 मिक्स रिले के दौरान हिमा दास को बाधा पैदा करने के लिए बहरीन के खिलाफ एक विरोध दर्ज कराया है। इस विरोध को जूरी द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। कहा जा रहा है कि भारतीय टीम इस स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लेती, पर बहरीन के खिलाडि़यों द्वारा हिमा दास को बाधा पैदा करने की वजह से ऐसा नहीं हो सका।
इस स्पर्धा में अनस ने शानदार शुरुआत करते हुए प्रतिद्वंदी बहरीन 30 मीटर की बढ़त बना ली थी और पोवाम्मा को बैटन सौंप दिया था।हालांकि, कर्नाटक एथलीट पोवाम्मा इसके बाद पीछे हो गए। इसके बाद जब उन्होंने हिमा को बैटन दिया, बहरीन काफी बढ़त बना चुका था।जैसे ही हिमा को बैटन मिला, उसे अपनी लेन बदलनी पड़ी। इस दौरान बहरीन के ओलुवाकेमी अदेकोया सलवा नसीर को बैटन देने के बाद हिमा के रास्ते में बाधा उत्पन्न करते हुए उसके आगे गिर गए।
इस पूरे मामले पर एएफआई के आदिल सुमारवाला ने पीटीआई को बताया, “यह स्पर्धा के दौरान स्पष्ट रूप से बाधा उत्पन्न की गई थी। हमने एक विरोध दर्ज कराया है। इससे हिमा को मामूली चोट लगी है। हमें कुछ समय का नुकसान हुआ। जूरी वहां पूरे मामले के दौरान मौजूद रहे।” वहीं, हिमा दास का कहना है, “मुझे अदेकोया को पार करने के लिए उसके उपर से कूदना पड़ा। मैंने सोचा कि मैंने लेन पर जाकर एक गड़बड़ी की है। ऐसा मेरे दिमाग में चल रहा था। मुझे नहीं पता कि वह वास्तव में संतुलन खो बैठी थी या जानबूझ कर मुझे बाधा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया था। अगली बार हम बेहतर करने की कोशिश करेंगे।” बता दें कि बहरीन ने यह स्पर्धा 3 मिनट 11.89 सेकेंड, भारत ने 3 मिनट 15.71 सेकेंड और कजाकिस्तान ने 3 मिनट 19.42 सेकेंड में पूरी की।