मुक्केबाजी के एक कोच को 19 साल की छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। घटना फरवरी की है। पीड़ित छात्रा एक प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पश्चिम बंगाल गई थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छात्रा प्रतियोगिता में हरियाणा का नेतृत्व कर रही थी। 28 साल के कोच के खिलाफ शुक्रवार (13 मार्च) को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत के अनुसार नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) से 27 फरवरी को कोलकाता जाते समय उसके कोच ने ट्रेन में छात्रा का यौन उत्पीड़न किया था। पीड़िता ने शिकायत में यह भी कहा कि कोलकाता में रहने के दौरान भी कोच ने उसका यौन उत्पीड़न किया था।

अधिकारी ने बताया कि IPC की धारा के तहत एनडीएलएस में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि कोच को पूछताछ के लिए हरियाणा के सोनीपत से गिरफ्तार किया गया है। कोच ने महिला मुक्केबाज का यौन उत्पीड़न करने की बात स्वीकार कर ली है। उन्होंने बताया कि वह सोनीपत में एक मुक्केबाजी अकादमी चलाता है। वह मुक्केबाजी प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का हिस्सा रह चुका है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के दो बच्चे भी हैं और राष्ट्रीय स्तर के कई मुक्केबाजों का भी कोच है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों भी खेल में सामने आए यौन उत्तपीड़न के मामलों को लेकर एक इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपॉर्ट आई थी। एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 45 मामलों में 29 कोच के खिलाफ ऐसे मामले हैं जिनमें उनपर यौन शोषण का आरोप लगा है। शर्मनाक बात तो यह है कि इनमें से अधिकतर मामलों में आरोपियों को केवल मामूली सी सजा देकर छोड़ दिया गया। या तो उनका तबादला कर दिया गया या फिर उनके वेतन से कटौती हुई। वहीं, कई मामलों की तो लंबे समय से जांच हो रही है लेकिन अभी तक कोई ठोस कारर्वाई नहीं हुई है।

पिछले साल गोवा पुलिस ने एक तैराकी कोच के खिलाफ पॉक्सो कानून की धाराओं के तहत बलात्कार एवं धमकाने के आरोप में एक मामला दर्ज किया था। गोवा तैराकी संघ (जीएसए) में कार्यरत सुरजीत गांगुली पर 15 साल की लड़की ने छेड़छाड़ का आरोप लगा था। जो उनके मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही थी। यह बेहद शर्म की बात है कि जो खिलाड़ी पूरी दुनिया में अपने देश का मान बढ़ाते हैं उन्हें ऐसे ट्रेनर्स का शिकार होना पड़ता है। बता दें कि पिछले 10 सालों में साई की 24 अलग-अलग इकाइयों में यौन उत्पीड़न के करीब 45 मामले सामने आए हैं।