मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले सालों में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की गई परीक्षाओं की जांच करवाने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश सरकार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान आयोजित की गई परीक्षाओं की सीबीआई जांच करवाएगी। सरकार साल 2012 से 2017 के बीच आयोग की परीक्षाओं की जांच करेगी। हालांकि यूपी सरकार की ओर से जांच करवाने के फैसले के बाद कई नौकरियों पर अभी बाधा आ सकती है, जिसमें कई पद शामिल है। इससे पहले यूपी विधानसभा में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भर्तियों में भ्रष्टाचार की सीबीआई से जांच कराने की बात कही थी। योगी ने कहा था कि पिछले पांच साल में एक भी भर्ती ऐसी नहीं है, जो विवादित ना रही हो। गौरतलब है कि पिछली सरकार में नौकरी में धांधली के आरोप लगते रहे हैं और कई बार जाति विशेष के लोगों को नौकरी देने पर भी सवाल उठता रहा है।