सेना में महिलाओं को पर्मानेंट कमीशन मिलने के बाद अब केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में जल्द ही ट्रांसजेंडरों की भर्ती के रास्ते खुलने वाले हैं। गृह मंत्रालय (MHA) ने ट्रांसजेंडरों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में भर्ती करने की इच्छा व्यक्त की है। अर्धसैनिक बलों को भेजे गए एक पत्र में, MHA ने अपने रैंक में ट्रांसजेंडरों की भर्ती के बारे में उनके विचार मांगे हैं और आवश्यक संशोधनों का विवरण मांगा है। एक महीने पहले भेजे गए एक पत्र में, MHA ने CRPF, BSF, SSB, CISF और ITBP के कार्मिक विभागों से इस विषय पर अपने विचार मांगे थे। सूत्रों ने बताया कि दो सप्ताह पहले BSF ने अपना जवाब भेजते हुए कहा कि वह इस तरह के कदम का स्वागत करते हैं।
अवर सचिव एस मुथु कुमार द्वारा हस्ताक्षरित पत्र सहायक कमांडेंट (अधिकारियों के लिए प्रवेश स्तर) की भर्ती से संबंधित है। सूत्रों ने कहा कि ये भर्तियां सामान्य कैडर में की जाएंगी, जिसका मतलब है कि उन्हें युद्ध भूमिकाओं में भी काम करना होगा और सीमा पर कानून व्यवस्था और ड्यूटी के दौरान आदेशों का पालन करना होगा।
एक वरिष्ठ CPF अधिकारी ने कहा, “यह सेना में महिलाओं को लड़ाकू भूमिकाओं में अनुमति देने के बाद एक बहुत ही प्रगतिशील कदम है। जब थर्ड जेंडर को समाज के सभी क्षेत्रों में सरकार द्वारा समान अधिकार दिए गए हैं और वे पहले से ही सरकारी कर्मचारी के रूप में काम कर रहे हैं, तो कोई कारण नहीं है कि उन्हें अर्धसैनिक बलों में समानता और सम्मान का दर्जा न मिले।”
सूत्रों ने कहा कि इन भर्तियों में कितना समय लगेगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि ब्यूरोक्रेसी में काम कितनी तेजी से आगे बढ़ता है। इसके लिए अलग से सभी सीएपीएफ के भर्ती नियमों में बदलाव की आवश्यकता होगी। इस मामले को MHA द्वारा कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग को उचित परामर्श और अनुमोदन के बाद रखा जाएगा। इसके बाद कैबिनेट की मंजूरी की जरूरत होगी। एक अधिकारी ने कहा कि 2020 की भर्तियां सितंबर में शुरू हो सकती हैं।