हाल ही में सामने आए अप्रेजल से जुड़े एक सर्वे से कई क्षेत्र के कर्मचारियों को निराशा हो सकती है। इस सर्वे के अनुसार इस बार उत्पादन और सर्विस क्षेत्र में कर्मचारियों की सैलरी पिछले साल की तुलना में इस बार कम बढ़ सकती है। इसके अनुसार पिछले साल कर्मचारियों की सैलरी में औसत 10.3 फीसदी इजाफा किया गया था, लेकिन इस बार यह प्रतिशत 9.5 फीसदी रह सकता है। एऑन हैविट के सैलरी इंक्रीज सर्वे 2016-17 में बताया गया है कि कुछ क्षेत्रों में नौकरी में अच्छा इजाफा हो सकता है, जिसमें ग्राहक इंटरनेट कम्पनी, प्रोफेशनल सेक्टर शामिल है, जहां 11 फीसदी तक इजाफा हो सकता है। वहीं कई सेक्टर ऐसे भी हैं, जिनमें साल के मुकाबले कम इंक्रीमेंट होगा। इसके अनुसार हाई-टेक सेक्टर में सबसे कम 9.7 फीसदी अप्रेजल भी हो सकता है।
अगर पिछले साल के मुकाबले सही इंक्रीमेंट देने वाली कम्पनियों की बात करें तो ग्राहक इंटरनेट कम्पनियों में 12.4 फीसदी, लाइफ साइसेंज कंपनियों में 11.3 फीसदी, प्रोफेशनल सेक्टर में 10.9 फीसदी तक कर्मचारियों की सैलरी बढ़ सकती है। जबकि सर्वे में बताया गया है कि कुछ कंपनियों में कम बढ़ोतरी होगी, जिसमें कैमिकल सेक्टर में 10.3 फीसदी, मनोरंजन और मीडिया सेक्टर में 10.3 फीसदी, ऑटोमोबाइल्स कंपनियों में 10.3 फीसदी, ग्राहक प्रोडक्ट सेक्टर में 10.2 फीसदी, इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 9.9 फीसदी तक इंक्रीमेंट हो सकता है।
इस क्षेत्र में निकलेंगी 90 लाख नौकरियां
भारतीय फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में 33 अरब डॉलर का निवेश होने की संभावना है, जिससे यह क्षेत्र 2024 तक 90 लाख लोगों को रोजगार प्रदान कर सकता है। उद्योग संगठन एसोचैम ने एक रिसर्च के आधार पर यह जानकारी दी है। ‘फूड रिटेल इन्वेस्टमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर’ पर एसोचैम-ग्रांट थॉर्नटन की संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2024 तक फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में 90 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है और राज्यों में प्रत्यक्ष तौर पर 8,000 और अप्रत्यक्ष तौर पर 80,000 रोजगारों के सृजन होने की संभावना है।
बाजार के जानकारों के अनुसार नोटबंदी की वजह से ई-वॉलेट कंपनियों के कारोबार में 300 फीसदी का इजाफा हुआ है और इस साल इस क्षेत्र में कई नौकरियों का जन्म हो सकता है। आईटी क्षेत्र में सबसे ज्यादा नौकरियां पैदा होने के आसार है। टाइम्स की ओर से करवाए एक सर्वे के अनुसार आईटी में 25 फीसदी नौकरियां मिल सकती है। डिजिटाइजेशन की वजह से आईटी क्षेत्र पिछली साल की तुलना में ज्यादा ग्रोथ कर सकता है और इस क्षेत्र में नौकरियां बढ़ेगी। वहीं सेल्स क्षेत्र में करीब 20 फीसदी नौकरियां बढ़ सकती है और रिसर्च एंड डवलपेंट क्षेत्र में 20 फीसदी नौकरियों के ज्यादा अवसर पैदा हो सकते हैं। वहीं अन्य क्षेत्रों की बात करें तो मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग क्षेत्र में 15 फीसदी, एडमिनिस्ट्रेशन में 10 फीसदी, एचआर में 5 फीसदी और फाइनेंस में 5 फीसदी नौकरियों में ग्रोथ हो सकती है।