इंसान और जानवर अच्छे दोस्त हो सकते हैं। अक्सर इसकी मिसालें और उदाहरण भी दिए जाते हैं। उन्हीं में से एक हैं रिहाना वैन नियूवेनहुइजेन। 53 साल की इस दक्षिण अफ्रीकी महिला का दोस्त एक चीता है। वह उसके साथ खाती हैं, सोती हैं और घूमती हैं। चीता के साथ दोस्ती इतनी गहरा गई कि उसने कैंसर से उबरने में उनकी तक मदद की।
रिहाना बताती हैं कि फिएला (चीता) अभी नौ साल का है। वह जब छोटा था, तब से वह उनके पास है। दोनों के बीच इतने अच्छे संबंध हैं कि वह साथ खाते और घूमते हैं। वह उसकी मां जैसी हैं। यही कारण है कि दूसरों के लिए खूंखार चीते उनके लिए मासूम जैसा है।
2013 में रिहाना ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थीं। तब फिएला ने उन्हें इससे उबरने में उनकी मदद की। वह बताती हैं कि वह फिएला के कारण कैंसर को मात दे पाईं। कीमोथेरेपी में बाल जा चुके थे। मैं सोच रही थी कि वह मुझे पहचानेगा भी नहीं। लेकिन वैसा नहीं हुआ। वह मेरे ऊपर कूदता था। मेरी मुंडी को चांटता था। उस दौरान उसने मेरा काफी साथ दिया।
जानवरों से उन्हें खासा लगाव है। इनके संरक्षण के लिए उन्होंने एक सैंक्चुरी भी खोली, जहां इनकी ब्रीडिंग कराई जाती है। नाम रखा ‘चीता एक्सपीरियंस’। 2006 में वहां पर 19 चीता थे, जिसमें शेर, बाघ, तेंदुए और मीरकैट्स शामिल थीं।
(फोटो सोर्सः बारक्रॉफ्ट मीडिया)
