U.S. Presidential Inauguration January: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को लेकर जबरदस्त हलचल रही और आखिरकार रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट कमला हैरिस को हरा दिया। हार के बाद कमला हैरिस के समर्थकों का मायूस होना और ट्रंप के समर्थकों का जश्न मनाना लाजिमी था और अमेरिका में ऐसा ही देखने को मिला। भारत में कई जगहों पर ट्रंप की जीत का जश्न मनाया गया।
अमेरिका की चुनाव प्रक्रिया को देखने के बाद यह सवाल मन में उठता है कि जब राष्ट्रपति के चुनाव नवंबर महीने में हो जाते हैं तो चुने गए नए राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति को शपथ लेने के लिए अगले साल जनवरी का क्यों इंतजार करना पड़ता है?
अमेरिका के चुनाव में दिलचस्पी रखने वालों के मन में ऐसे भी कई सवाल आते हैं कि नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण की प्रक्रिया क्या होती है? अमेरिका में नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के दिन को इनॉग्रेशन डे कहा जाता है। इस इनॉग्रेशन डे का क्या महत्व है? शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन लोग शामिल होते हैं?
क्या है इलेक्टोरल कॉलेज?
इलेक्टोरल कॉलेज अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की एक विशेषता है और इसे अमेरिकी संविधान के द्वारा स्थापित किया गया है। इसमें 538 इलेक्टर शामिल हैं। इलेक्टर की संख्या हर राज्य में अलग-अलग होती है। चुनाव जीतने के लिए 270 वोटों की जरूरत होती है। चुनाव में सात स्विंग स्टेट्स- पेंसिल्वेनिया, जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलिना, मिशिगन, एरिज़ोना, विस्कॉन्सिन और नेवादा की अहम भूमिका होती है। राष्ट्रपति चुनाव हर चार साल में होते हैं।
नवंबर में ही होते हैं चुनाव
अमेरिका में हर बार चुनाव नवंबर के महीने में ही कराए जाते हैं और यह चुनाव महीने के पहले मंगलवार को कराए जाते हैं। राष्ट्रपति के शपथ लेने का दिन 20 जनवरी तय किया गया है। अमेरिका के संविधान में राष्ट्रपति के चुनाव से लेकर शपथ लेने तक चार महीने का वक्त ट्रांजिशन प्लानिंग के लिए रखा गया था लेकिन 1933 में 20वें संविधान संशोधन के जरिए इसे घटाकर 3 महीने का कर दिया गया। इस दौरान निवर्तमान राष्ट्रपति ही इस पद पर बने रहते हैं लेकिन उसके पास राष्ट्रपति को मिलने वाली शक्तियां नहीं होती हैं।
ट्रांजिशन प्लानिंग का वक्त
ट्रांजिशन प्लानिंग (Transition Planning) का वक्त अमेरिका के शासन को नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण की तैयारी करने का मौका देता है। यह समय मंत्रिमंडल का गठन करने और सरकार के कामकाज से जुड़ी नीतियां बनाने का होता है। अमेरिका में अगली सरकार बेहतर ढंग से चले, इसके लिए तरह की तैयारी बहुत जरूरी है।
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इस दौरान कानूनी बातों का ध्यान रखा जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि नए राष्ट्रपति के शपथ लेने से पहले चुनाव से संबंधित सभी कानूनी चुनौतियों को हल किया जा सके।
Inauguration Day के दिन क्या-क्या होता है?
राष्ट्रपति पद का शपथ ग्रहण समारोह बताता है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को सत्ता का ट्रांसफर हो गया है। 20 जनवरी को यह समारोह यूएस कैपिटल की सीढ़ियों पर होता है। राष्ट्रपति शपथ में संविधान को बनाए रखने और राष्ट्रपति पद पर रहते हुए अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करने का वचन देता है। राष्ट्रपति पद की शपथ लेना अमेरिका के संविधान के मुताबिक जरूरी है। शपथ ग्रहण के बाद नए राष्ट्रपति भाषण देते हैं और इस दौरान वह बताते हैं कि वह अपने कार्यकाल में क्या-क्या करेंगे और उनकी प्राथमिकताएं क्या हैं? यह परंपरा जॉर्ज वाशिंगटन के वक्त से चली आ रही है।
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इस मौके पर यूएस कैपिटल में औपचारिक लंच का आयोजन किया जाता है और इसमें कांग्रेस से जुड़े हुए और अन्य सभी महत्वपूर्ण लोग शामिल होते हैं। नए राष्ट्रपति लंच के बाद मिलिट्री जवानों की टुकड़ियों की समीक्षा करते हैं। अमेरिका में यह भी एक परंपरा है जो नए कमांडर इन चीफ के सम्मान में दी जाती है। इस दौरान पेंसिल्वेनिया एवेन्यू से व्हाइट हाउस तक औपचारिक जुलूस भी निकाला जाता है। इसके बाद एक मिलिट्री एस्कॉर्ट कैपिटल से व्हाइट हाउस तक जाता है और इसमें सेना की कई शाखाएं शामिल होती हैं।
इसी दिन शाम को नए राष्ट्रपति और उनके प्रशासन के सम्मान में कार्यक्रमों का आयोजन होता है और इसमें आम लोग भी भाग लेते हैं। इस दिन को अमेरिका में काफी बड़ा दिन माना जाता है हालांकि इस दिन अमेरिका में कोई सार्वजनिक छुट्टी नहीं होती है फिर भी बड़ी संख्या में लोग इन कार्यक्रमों में शामिल होते हैं या टेलीविजन या ऑनलाइन मोड के जरिये इन कार्यक्रमों को देखते हैं।
तमाम राजनीतिक चुनौतियों और विवादों के बावजूद यह चुनाव प्रक्रिया अमेरिका की लोकतांत्रिक प्रणाली की ताकत को दिखाती है और चुनाव प्रक्रिया के पूरा होने के बाद देश को नया राष्ट्रपति मिलता है जो इस बात का वादा करता है कि वह मुल्क को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा।
