थाईलैंड (Thailand) एक बौद्ध बहुल देश है। बौद्ध धर्म का थेरवाद थाईलैंड का राष्ट्रीय धर्म है। बावजूद इसके थाईलैंड में हिंदू देवताओं की मूर्तियों और मंदिरों का दृश्य बहुत आम है। दोनों देशों के बीच साझी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का लंबा इतिहास है, यही वजह है कि थाई बौद्ध हिंदू आराध्यों का आदर करते हैं।

हालांकि उन देवताओं का आमतौर पर हिंदू धर्म की तुलना में थाई में एक अलग नाम है। सबसे व्यापक रूप से नजर आने वाले और आसानी से पहचाने जाने वाले हिंदू आराध्य गणेश हैं। हाथी के सिर वाले इस देवता को थाई में फ्रा फिकानेट (Phra Phikanet) के रूप में जाना जाता है।

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थाईलैंड कैसे पहुंचे गणेश?

18 अगस्त 2022 को भारत-थाईलैंड संयुक्त आयोग की नौंवी बैठक के लिए थाईलैंड गए विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने बैंकॉक के प्रसिद्ध देवस्थान में प्रार्थना किया था। देवस्थान में गणेश की प्रतिमा के सामने हाथ जोड़कर खड़े विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा था, ”फ्रा महाराजागुरु विधि का आशीर्वाद प्राप्त किया। यह हमारी साझा धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को रेखांकित करता है।”

दक्षिण पूर्व एशियाई देशों पर भारत की छाप का गहन अध्ययन करने वाले पहले व्यक्ति फ्रांसीसी विद्वान जॉर्ज कोएड्स थे। उन्होंने बताया था कि वियतनाम, कंबोडिया, लाओस, थाईलैंड, म्यांमार और मलय पर किस तरह भारत की छाप मिलती है। खासकर थाईलैंड से तो करीब 2,000 साल का संबंध है।

भारतीय व्यापारी थाईलैंड में लकड़ी, मसाले और गहनों का व्यापार करते थे। समुद्री यात्राओं ने दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत किया। भारतीय व्यापारी सदियों से थाईलैंड जाते रहे और जाने अनजाने अपनी संस्कृति भी ले जाते रहे हैं। इसलिए अब थाईलैंड की संस्कृति में भारत की झलक साफ दिखती है। थाईलैंड की कई भाषाओं में संस्कृत, पाली और द्रविड़ मूल के शब्द मिल जाएंगे। वैसे ही भारत के संस्कृति और पाली  ग्रंथों में थाईलैंड को सुवर्णभूमि (ईश्वर की भूमि) बताया गया है।

गणेश ही नहीं थाईलैंड में कई दूसरे हिंदू देवी देवताओं की भी प्रतिष्ठा है। राजधानी बैंकॉक के केंद्र में बने बौद्ध धर्मावलंबियों का सबसे प्रतिष्ठित तीर्थ वाट फ्रा काएव या ‘हरित बुद्ध मंदिर’ को घेरने वाली दीवार पर रामायण का चित्रांकन किया गया है।

इंडोनेशिया में भी गणेश

दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया (Indonesia) की करेंसी पर गणेश की तस्वीर छपी थी। दरअसल इंडोनेशियाई सरकार ने आधिकारिक तौर पर छह धर्मों को मान्यता दी है: इस्लाम, प्रोटेस्टेंटवाद, रोमन कैथोलिकवाद, हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और कन्फ्यूशीवाद। 87 प्रतिशत से अधिक आबादी इस्लाम का पालन करती है, जिससे यह सबसे अधिक आबादी वाला मुस्लिम राष्ट्र बन जाता है।

केवल 1.7 प्रतिशत आबादी ही हिंदू है। फिर भी देश के कई ऐतिहासिक स्थलों पर हिंदू संस्कृति की छाप मिलती है। यह हिंदू धर्म के साथ इंडोनेशियाई लोगों के लंबे जुड़ाव को दर्शाता है। वहां गणेश को कला और बुद्धि का ईश्वर माना जाता है। साल 1998 में इंडोनेशियाई सरकार ने 20,000 का नोट निकाला था, जिस पर गणेश की तस्वीर छपी थी। इसके बाद छपे नोटों से तस्वीर को हटा लिया गया।

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First published on: 25-08-2022 at 14:11 IST