कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पहली बार मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने एचडी कुमारस्वामी की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं क्योंकि उनके भाई एचडी रेवन्ना के एक और बेटे सूरज रेवन्ना पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे हैं। सूरज रेवन्ना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूरज रेवन्ना जेडीएस के एमएलसी भी हैं।

सूरज रेवन्ना प्रज्वल रेवन्ना के बड़े भाई हैं। इस साल अप्रैल में प्रज्वल के कुछ आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए थे और इसके बाद कर्नाटक की सियासत से लेकर सोशल मीडिया में इसे लेकर जबरदस्त हंगामा मचा था। प्रज्वल रेवन्ना इन दिनों न्यायिक हिरासत में है।

एचडी रेवन्ना को हाल ही में अपहरण और बलात्कार मामले में जमानत दी गई थी। इसी मामले में उनकी पत्नी भवानी रेवन्ना भी जमानत पर हैं। एचडी रेवन्ना छह बार विधायक रहे हैं और भवानी रेवन्ना हासन में जिला पंचायत की सदस्य रही हैं। एचडी कुमारस्वामी और एचडी रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे हैं।

भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी (Source- PTI)

सूरज ने 2022 में एमएलसी बनने के बाद शायद ही कभी सदन की बहस में भाग लिया हो। यह भी कहा जाता है कि भवानी रेवन्ना ने सूरज की इच्छा के विरुद्ध उसे चुनावी मैदान में उतरने के लिए मजबूर किया था। 

सूरज को लेकर विवाद बढ़ने पर कुमारस्वामी ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है। जब प्रज्वल का मामला सामने आया था तो कुमारस्वामी ने उसे पार्टी से निलंबित कर दिया था।

कुमारस्वामी पर है जेडीएस की जिम्मेदारी 

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की उम्र ज्यादा होने और राजनीतिक सक्रियता कम होने की वजह से एचडी कुमारस्वामी ही जेडीएस के प्रमुख चेहरे हैं। उन पर जेडीएस को मजबूत करने की जिम्मेदारी है। लेकिन अपने भाई एचडी रेवन्ना पर और उनके परिवार के सदस्यों पर इतने गंभीर आरोप लगने के बाद निश्चित तौर पर कुमारस्वामी को भी विपक्षी दलों के हमलों का सामना करना पड़ रहा है और ऐसे में जेडीएस और कुमारस्वामी के लिए आगे का सियासी सफर आसान नहीं होगा। 

NEET के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Source- PTI)

क्या हैं सूरज पर आरोप?

एमएलसी सूरज रेवन्ना पर पार्टी के ही एक कार्यकर्ता ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। जेडीएस कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि सूरज रेवन्ना ने अपने फार्म हाउस में 16 जून को उसका यौन शोषण किया। इस मामले में पुलिस ने सूरज के खिलाफ आईपीसी की सख्त धाराओं के तहत केस दर्ज करने के बाद उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया है।

सूरज रेवन्ना ने उन पर लगाए गए तमाम आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए इन्हें खारिज कर दिया है।

शिकायतकर्ता के खिलाफ दी शिकायत

सूरज रेवन्ना के करीबी शिवकुमार ने भी पुलिस को शिकायत दी है और कहा है कि शिकायतकर्ता सूरज रेवन्ना को यौन शोषण के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर धन वसूली की कोशिश कर रहा था। यह भी आरोप लगाया गया है कि शुरुआत में शिकायतकर्ता ने 5 करोड़ रुपए की मांग की लेकिन बाद में उसने दो करोड़ रुपए देने को कहा।

प्रज्वल के आपत्तिजनक वीडियो हुए थे वायरल

प्रज्वल रेवन्ना को कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव में हार मिली है। इस साल अप्रैल महीने में प्रज्वल रेवन्ना के कई आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए थे। आरोपों के बीच प्रज्वल रेवन्ना विदेश चला गया था और मई महीने में जब वह लौटा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। प्रज्वल रेवन्ना पर लगे आरोपों की जांच कर्नाटक पुलिस की विशेष जांच टीम कर रही है। हालांकि प्रज्वल रेवन्ना ने उस पर लगे तमाम आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया है।

बीजेपी में नहीं थम रही रार। (Source-PTI)

पूरे परिवार पर लगे गंभीर आरोपों के बाद रेवन्ना परिवार मुश्किलों में फंस गया है। प्रज्वल पर तीन महिलाओं द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं। भवानी रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर कार्तिक गौड़ा ने एक पेन ड्राइव लीक कर दी थी, जिसमें प्रज्वल के द्वारा किए गए यौन शोषण की कई अश्लील तस्वीरें और वीडियो थे।

हासन में चलता है रेवन्ना परिवार का सिक्का

हासन और उसके आसपास के इलाकों में दो दशक से भी ज्यादा वक्त से रेवन्ना परिवार का सिक्का कायम है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की राजनीतिक विरासत ने रेवन्ना परिवार को हासन में राजनीतिक आधार बनाने का मौका दिया।

एचडी रेवन्ना छह बार विधायक रहे हैं और हासन में देवेगौड़ा परिवार का राजनीतिक चेहरा हैं। एचडी रेवन्ना 1994 में होलेनारासिपुरा से पहली बार विधायक बने थे लेकिन परिवार में भवानी रेवन्ना को बॉस माना जाता है।

फैजाबाद (अयोध्या) में हार बीजेपी के लिए बड़ा झटका है। (Source-PTI)

भवानी रेवन्ना राजनीतिक रूप से महत्वाकांक्षी हैं और कई बार विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी कर चुकी हैं। भवानी रेवन्ना हासन में जिला पंचायत सदस्य रही हैं। उन्होंने 2023 के विधानसभा चुनाव में हासन से टिकट मांगा था लेकिन कुमारस्वामी ने उन्हें मना कर दिया था।