Israel Palestine conflict one year: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध का एक साल पूरा हो गया है। पिछले एक साल में इस युद्ध में हजारों लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग बेघर हो गए हैं। लेकिन इजरायल और हमास में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं दिखता। ऐसे में कई अहम सवाल निकलकर सामने आते हैं।

पहला सवाल यह कि गाजा और हमास का युद्ध कब रुकेगा? गाजा से जो लाखों लोग बेघर हुए हैं उनका क्या होगा? एक बड़ा सवाल यह भी है कि क्या पश्चिम एशिया के इस इलाके में कभी शांति बहाल होगी या नहीं क्योंकि बीते दिनों ईरान के द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के बाद यह जंग और बढ़ती दिख रही है।

इसके अलावा इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच भी जबरदस्त लड़ाई हो रही है।

बताना होगा कि हमास के द्वारा पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमले के बाद इजरायल के सुरक्षा बलों ने जोरदार जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पर हमला बोल दिया था। एक साल में गाजा का अधिकतर इलाका मलबे के ढेर में बदल चुका है। गाजा में 41000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा के 21 लाख लोगों में से 90% बेदखल हो गए हैं।

आइए जानते हैं कि बीते एक साल में इस जंग में क्या-क्या हुआ है?

8 अक्टूबर, 2023: हमास के हमले के बाद इजरायल ने युद्ध का ऐलान किया और गाजा पर बमबारी शुरू की।

9 अक्टूबर, 2023: इजरायल ने गाजा की ‘पूरी नाकाबंदी’ की घोषणा की और कहा कि “बिजली, खाना, ईंधन” अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।

27 अक्टूबर, 2023: इजरायल ने गाजा पर जमीनी हमले शुरू किए।

15 नवंबर, 2023: इजरायली सेना ने अल-शिफा अस्पताल पर छापा मारा। अस्पताल में बिजली बंद होने के बाद कई मरीजों और बच्चों की जान चली गई।

19 नवंबर, 2023: इजरायल के हमलों के विरोध में यमन के हुती उग्रवादियों ने एक जहाज को हाईजैक कर लिया और क्रू के सदस्यों को बंधक बना लिया।

24 नवंबर, 2023: इजरायल और हमास ने एक सप्ताह के लिए लड़ाई को रोका और कुछ बंधकों की अदला-बदली की। हमास ने इजरायली जेलों में बंद 240 फिलिस्तीनियों के बदले 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया।

4 दिसंबर, 2023: इजरायल ने गाजा के दक्षिणी हिस्से में भी हमले तेज किए।

26 जनवरी, 2024: इंटरनेशनल कोर्ट ने इजरायल को ‘नरसंहार’ रोकने का आदेश दिया लेकिन लड़ाई रोकने को लेकर कोई सीधा आदेश नहीं दिया।

1 अप्रैल, 2024: दमिश्क में ईरान के दूतावास परिसर पर हुए एक हवाई हमले में कई सैन्य अधिकारी मारे गए। हमले का आरोप इजरायल पर लगा।

13 अप्रैल, 2024: ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन दागे, यह ईरान का इजरायल पर पहला सीधा हमला था।

7 मई, 2024: इजरायली टैंक रफाह में घुसे। इजरायल ने गाजा के मिस्र में प्रवेश करने वाले क्रॉसिंग प्वाइंट पर कब्जा कर लिया और उसे सील कर दिया। यह मदद का एक जरूरी रास्ता था।

13 जुलाई, 2024: गाजा के दक्षिणी हिस्से में इजरायली हमले में हमास की आर्म्ड विंग के प्रमुख मोहम्मद देइफ मारे गए। इजरायल ने 12 जुलाई को तेल अवीव में हुती विद्रोही समूहों द्वारा किए गए घातक ड्रोन हमले के बाद पश्चिमी यमन में हुती विद्रोहियों के ठिकानों पर भी हमला किया।

31 जुलाई, 2024: हमास की पॉलिटिकल विंग के प्रमुख इस्माइल हानिया तेहरान में एक इजरायली हमले में मारे गए।

25 अगस्त, 2024: इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ हमले किए और उसके हजारों रॉकेट लॉन्चर बैरल नष्ट कर दिए।

17-18 सितंबर, 2024: लेबनान में हिजबुल्लाह के हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी फट गए, जिसमें कम से कम 39 लोग मारे गए।

27 सितंबर, 2024: दक्षिण बेरूत में हमले किए, जिसमें हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया।

1 अक्टूबर, 2024: ईरान ने इजरायल पर लगभग 180 मिसाइलें दागीं।

3 अक्टूबर, 2024: इजरायल ने बेरूत में नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी माने जा रहे हाशेम सफीद्दीन को निशाना बनाकर हवाई हमला किया। अभी यह पता नहीं चला है कि सफीद्दीन मारा गया है या नहीं।

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इसके अलावा इजरायल लेबनान में भी जमीनी ऑपरेशन कर रहा है। इसमें लगभग 2,000 लेबनानी नागरिक मारे जा चुके हैं और 19,000 लोग बेदखल हो गए हैं। इजरायल ने उस पर ईरान द्वारा किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद इसका जवाब देने की बात कही है। ऐसे में आने वाले दिनों में ईरान-इजरायल युद्ध भी छिड़ सकता है और इससे निश्चित रूप से बड़े पैमाने पर तबाही होगी।

अमेरिका कर रहा इजरायल की मदद

गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका ने इजरायल की सैन्य सहायता के लिए 17.9 अरब डॉलर रुपये खर्च किए हैं। यह आंकड़ा ब्राउन यूनिवर्सिटी के “कॉस्ट्स ऑफ वॉर” प्रोजेक्ट की एक रिपोर्ट से सामने आया है। गाजा में बड़े पैमाने पर विनाश और विस्थापन हो चुका है और इसका कोई अंत नहीं दिखाई देता।