अंकिता देशकर

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को पोस्ट करते हुए दावा किया जा रहा है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने अपने सबसे छोटे बेटे को हमास से चल रहे युद्ध में लड़ने के लिए भेजा है। सोशल मीडिया यूजर्स इजरालय के प्रधानमंत्री की तुलना भारतीय राजनेताओं से करते हुए सवाल उठा रहे हैं। यूजर्स लिख रहे हैं कि भारत के नेता अपने बच्चों के सेना में सेवा के लिए क्यों नहीं भेजते?

हालांकि लाइटहाउस जर्नलिज्म ने अपनी जांच में पाया है कि जिस तस्वीर को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है, वह 2014 की है।

क्या वायरल हो रहा है?

एक्स (पहले ट्विटर) यूजर Megh Updates ने वायरल तस्वीर को अपनी प्रोफाइल पर शेयर किया है।

ट्विटर यूजर Vijay_Gautamm ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, “इजराइल के प्रधानमंत्री का पुत्र युद्ध में जा रहा है। पुत्र को विदा करते हुए माँ-बाप गर्व से भरे हुए हैं। विचारणीय है कि इजराइल के नागरिकों को यह छवि, यह भाव कितना प्रेरित, प्रोत्साहित करता होगा! देश के प्रति ऐसा लगाव ही इजराइल को महान बनाता है। हमारे देश में कितने नेताओं के बच्चे सेना में हैं? युद्धकाल में कितने नेता अपने बच्चों को रणभूमि में भेजने की सोच भी सकते हैं? हमारे देश में यह भाव शायद ही आ पाये!”

अन्य यूजर भी इस दावे के साथ इस पोस्ट शेयर कर रहे है।

हमने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से सर्च किया। हमें एक इजरायली पोर्टल पर एक खबर मिली, जिसमें वायरल तस्वीर का ही उपयोग किया गया था।

ScreenGrab
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रिपोर्ट में बताया गया है कि पीएम के सबसे छोटे बेटे अवनेर नेतन्याहू एक सैन्य अभ्यास के दौरान मामूली रूप से घायल हो गए थे। यह आर्टिकल 30 दिसंबर, 2014 को पब्लिश किया गया था।

हमें यह वायरल तस्वीर Friendsoflibi.org के एक लेख में भी मिली, जिसे 4 दिसंबर, 2017 को पोस्ट किया गया था। लेख में बताया गया था कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू के बेटे ने सेना की सेवा पूरी कर ली है।

ScreenGrab
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हमने इंटरनेट पर बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे अवनेर नेतन्याहू के बारे में सर्च किया। नेतन्याहू के बच्चों के बारे में लिखे आर्टिकल में बताया गया है कि सबसे छोटा बेटा अवनेर कंप्यूटर साइंटिस्ट है।

ScreenGrab
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पड़ताल के दौरान हमें कोई ऐसी न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें यह लिखा हो कि प्रधानमंत्री ने अपने बेटे को हमास के साथ चल रहे युद्ध में लड़ने के लिए भेजा है।

निष्कर्ष: नेतन्याहू के बेटे की पुरानी तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि वह बेटे को युद्ध में लड़ने के लिए लिए भेज रहे हैं। तस्वीर को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा झूठा है।