जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर (Akbar) जब मुगल सल्तनत (Mughal Empire) की गद्दी पर बैठे तो उन्होंने हरम को संस्थागत दर्जा दे दिया। हरम के लिए तमाम कायदे और पद बनाए गए। साथ ही बाकायदा पगार भी तय किया। अकबर (Akbar) के शासन काल में मुगल परिवारों और अमीर घरानों की महिलाओं को हरम में नौकरी मिला करती थी। हालांकि मुगल सल्तनत के आखिरी दिनों में हरम पूरी तरह बेलगाम हो गया था, न तो कोई अनुशासन था और न ही खास सुरक्षा रह गई थी।
मशहूर इतिहासकार विलियम डैलरिंपल (William Dalrymple) अपनी किताब ‘द लास्ट मुगल’ में मिलते हैं कि आखरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के हरम में हर वक्त खूब रौनक रहती थी, और उनके 80 साल के होने तक ऐसी ही गहमा-गहमी जारी। लेकिन उनका हरम बदनाम हो गया था। बहादुर शाह जफर के हरम की एक महिला उनके दरबार में गाने वाले तानरस खान से गर्भवती हो गई। कई और महिलाओं पर बादशाह से इतर अन्य पुरुषों से संबंध के आरोप लगे।
सिपाही से हो गया बादशाह की कनीज को प्यार
ऐसा ही एक मामला बहादुर शाह जफर (Bahadur Shah Zafar) के बेटे मिर्जा जवांबख़्त की शादी से चंद दिनों पहले आया, जिससे किले में भूचाल मच गया। बहादुर शाह जफर के हरम की एक कनीज (रखैल) का किले के एक सैनिक से संबंध बन गया। यह सैनिक किले के नीचे यमुना के किनारे पहरा देता था। चूंकि वह कनीज, बहादुर शाह जफर की पसंदीदा थी, तो मामला खुलने पर हड़कंप स्वभाविक था।
सरेआम मारे गए कोड़े, फिर भेज दिया जेल
डैलरिंपल (William Dalrymple) लिखते हैं कि आरोपी सैनिक को बुरी यातना दी गई। पहले उसे बंदी बना लिया गया और फिर सरेआम कोड़े लगाए गए। बाद में कैद खाने में डाल दिया गया। उधर, लड़की को भी चक्की पीसने की सजा दी गई। इस घटना के तीन दिन बाद कुछ अजनबी जबरन हरम में घुस आए। जब बहादुर शाह जफर को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने फौरन किले के प्रबंधक को तलब किया और नाराजगी जाहिर की। डैलरिंपल लिखते हैं कि बुढ़ापे में जफर अपने हरम को काबू नहीं कर पा रहे थे।
बहादुर शाह जफर की बीवी ने सौतन को करवा दिया कैद
बहादुर शाह जफर जब साल 1837 में मुगल सल्तनत (Mughal Empire) की गद्दी पर बैठे थे तब उनकी मल्लिका-ए-खास ताज महल बेगम थीं, लेकिन 3 साल बाद ही उन्होंने महज 19 साल की जीनत महल बेगम से शादी कर ली। जीनत महल, ताज महल बेगम को हटाकर खुद हरम की मल्लिका बन गईं और जफर के इंतकाल तक उनकी चहेती बनी रहीं। जीनत महल की हरम की किसी रखैल से दुश्मनी नहीं थी, लेकिन ताज महल बेगम से अक्सर उनकी ठनी रहती। बकौल डैलरिंपल, एक मौका तो ऐसा आया जब उन्होंने ताज बेगम पर जफर के भतीजे मिर्जा कामरान से संबंध का आरोप लगा दिया और उनको कैद खाने में डलवा दिया।
लाल किला कब्जाते ही अंग्रेजों ने ढहा दिया था हरम
1857 में जब अंग्रेजों ने लाल किले पर कब्जा किया तो सबसे पहले उन्होंने हरम पर धावा बोला। हरम की इमारतों को ढहा दिया गया। उनकी जगह बेतरतीब कोठरी खड़ी कर दी गईं। मुगलों ने जिन चीजों को संवारा-सजाया था, उसे तहस-नहस कर दिया गया। शहजादे, मुल्ला, सौदागर और आलिमों को चुन-चुनकर फांसी दी गई। जो बचे थे, उनको कैद में डाल दिया गया या काला पानी की सजा दे दी गई।