लाइटहाउस जर्नलिज्म ने पाया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की एक तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से शेयर की जा रही है। सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि तस्वीर में प्रधानमंत्री नेहरू को अतीत में कुंभ में पवित्र स्नान करते हुए दिखाया गया है। जांच के दौरान हमने पाया कि यह तस्वीर कुंभ की नहीं बल्कि 1938 की प्रयागराज (तत्कालीन इलाहाबाद) की है, जब प्रधानमंत्री नेहरू अपनी माँ की अस्थियाँ विसर्जित करने गए थे।

क्या है दावा?

X यूजर अरविंद चोटिया ने भ्रामक दावे के साथ तस्वीर शेयर की।

अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी इसी तरह के दावों के साथ तस्वीर शेयर कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने वायरल इमेज पर रिवर्स इमेज सर्च करके जांच शुरू की।

इससे हमें एक पोस्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि जवाहरलाल नेहरू को इलाहाबाद में अपनी मां की अस्थियां विसर्जित करते हुए देखा गया था।

हमें यह तस्वीर reckontalk.com पर भी मिली।

15 Rare And Old Photos of “Place Of Sacrifice” Allahabad | Part II

शीर्षक में लिखा था: सार्वजनिक सेवा के बीच एक निजी दुख। यह मार्मिक तस्वीर भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को एक गहरी व्यक्तिगत रस्म निभाते हुए दिखाती है जो उन्हें उनकी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ती है।

हमें यह तस्वीर इंडिया टुडे की वेबसाइट पर एक लेख में भी मिली।

तस्वीर के नीचे लिखा है: जवाहरलाल नेहरू इलाहाबाद में अपनी माँ की अस्थियाँ विसर्जित करते हुए।

निष्कर्ष: कुंभ में स्नान करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बताई जा रही वायरल तस्वीर असल में 1938 की है, जब प्रधानमंत्री नेहरू ने इलाहाबाद में अपनी माँ की अस्थियाँ विसर्जित की थीं। वायरल दावा भ्रामक है।