भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर जिन्हें बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से जाना जाता है, उनकी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में 6 दिसंबर को महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। बाबा साहेब अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता थे। इसी दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक तस्वीर के साथ एक ऑडियो क्लिप व्यापक रूप से शेयर की जा रही है। क्लिप के साथ दावा किया जा रहा है कि इसमें 1931 में लंदन में आयोजित दूसरे गोलमेज सम्मेलन के दौरान बाबा साहेब अंबेडकर की मूल आवाज़ है।

जाँच के दौरान हमने पाया कि यह दावा झूठा है। वास्तव में क्लिप में डॉ. बीआर अंबेडकर पर बनी एक फिल्म के दृश्य की आवाज़ है और यह मूल आवाज नहीं है। वायरल दावा झूठा है।

क्या है दावा?

X यूजर सुभाष देसाई ने क्लिप को झूठे दावे के साथ शेयर किया।

अन्य यूजर भी इसी दावे के साथ क्लिप शेयर कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने जांच की शुरुआत में क्लिप सुनी। ऑडियो क्वालिटी बहुत स्पष्ट थी और बैकग्राउंड में हल्का संगीत सुनाई दे रहा था। जिससे हमें थोड़ा संदेह हुआ की यह ऑडियो क्लिप असली नहीं है।

रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिए, हमने पाया कि क्लिप की शुरुआत में इस्तेमाल की गई छवि दूसरे गोलमेज सम्मेलन की थी।

फिर हमने क्लिप में सुनाई देने वाले टेक्स्ट पर गूगल कीवर्ड सर्च किया, “My colleague, Rao Bahadur Srinivasan and I has honour to place before you the point of view of the depressed classes of India”।

हमें कई वेबसाइटों पर यह टेक्स्ट मिला। एक वेबसाइट ने सुझाव दिया कि यह 20 नवंबर 1930 को गोलमेज सम्मेलन की पांचवीं बैठक के पूर्ण अधिवेशन में उनका भाषण था।

विदेश मंत्रालय के ‘डॉ बाबा साहेब अंबेडकर लेखन और भाषण खंड 2′ नामक पुस्तक में यह भाषण पाया जा सकता है।

पृष्ठ 529 पर, शीर्षक में उल्लेख किया गया है: पांचवीं बैठक – 20 नवंबर 1930।

फिर हमने अपने कीवर्ड खोज को YouTube पर ले गए और अपनी खोज को आगे बढ़ाने के लिए ‘डॉ बाबा साहेब अंबेडकर भाषण’ और ‘डॉ बाबासाहेब अंबेडकर भाषण मूवी/क्लिप’ की वर्ड का इस्तेमाल किया।

यह हमें YouTube पर अपलोड की गई 2000 में रिलीज़ हुई एक मूवी पर ले गया, जिसका हिंदी संस्करण भी YouTube पर उपलब्ध है।

इस मूवी का निर्देशन जब्बार पटेल ने किया था।

वायरल क्लिप का ऑडियो मूवी में लगभग 1 घंटे 37 मिनट पर सुना जा सकता है।

हमने BBC न्यूज़ इंडिया चैनल पर अपलोड किए गए BBC न्यूज़ के साथ उनके आखिरी साक्षात्कार को भी देखा। यह ऑडियो इंटरव्यू 1955 का है। इंटरव्यू में सुनाई गई ऑडियो वायरल क्लिप में शेयर की गई ऑडियो से बहुत अलग है।

निष्कर्ष: ‘डॉ बाबा साहेब अंबेडकर (2000)’ फिल्म का ऑडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि इसमें 1931 में लंदन में आयोजित दूसरे गोलमेज सम्मेलन के दौरान बाबा साहेब अंबेडकर की मूल आवाज़ है। वायरल दावा झूठा है।