लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा एक वीडियो मिला। एक मिनट के इस वीडियो में अंडरग्राउंड कचरापेटियों के सिस्टम को दर्शाया गया है। वीडियो में दावा किया गया है कि यह सिस्टम बेलगांव का है, जिसे विधायक अभय पाटिल ने लागू किया है।

जांच के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो तुर्की का है और पुरानी फुटेज है न कि बेलगांव की यह वायरल दावा गुमराह करने वाला है।

क्या है दावा?

फेसबुक यूजर बादलापुर दक्ष नागरिक मंच ने एक गुमराह करने वाले दावे के साथ यह वीडियो अपनी प्रोफाइल पर साझा किया।

अन्य सोशल मीडिया यूजर भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो साझा कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने एक साधारण रिवर्स इमेज सर्च से अपनी जांच शुरू की और पाया कि यह वीडियो 2021 में भी वायरल हुआ था।

हमें ट्रक पर एक नंबर प्लेट और कुछ टेक्स्ट दिखाई दिया। नंबर था, ’34 EF 4247′ और टेक्स्ट था: ÜSKÜDAR BELEDİYESİ। तुर्की से इसका अनुवाद ‘उस्कुदार नगर पालिका’ (Üsküdar Municipality) होता है।

कीवर्ड सर्च करने पर हमें पता चला कि क्रम “34 EF 4247” एक तुर्की वाहन लाइसेंस प्लेट नंबर है।

रिवर्स इमेज सर्च के जरिये हमने पाया कि यह वीडियो 12 साल पहले ‘Hidro-Mak’ नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था।

2013 में अपलोड किए गए इस वीडियो के विवरण में लिखा था: Garbage Truck with under ground container system Crane . Crane capacity 7m 1 ton. HidroMak is manufacturer of garbage compactor from Turkey. (भूमिगत कंटेनर प्रणाली क्रेन वाला कचरा ट्रक। क्रेन की क्षमता 7 मीटर 1 टन है। हिड्रो-मैक तुर्की से कचरा कॉम्पैक्टर का निर्माता है।)

हालांकि, हमने यह जांच ज़रूर की कि क्या बेलगांव में हाल ही में ऐसा कुछ हुआ है।

2022 की एक खबर के अनुसार: विधायक अभय पाटिल ने कहा कि “भारत की पहली सेंसर वाली भूमिगत कचरापेटी” स्थापित की गई है और यह बेलगावी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में श्री बसवेश्वर सर्कल, बेलगावी में देश की पहली है।

ईटीवी भारत की रिपोर्ट के अनुसार, नगर निगम की 15वीं वित्तीय योजना के तहत, ये भूमिगत कचरापेटियां दो साल पहले बेलगावी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में 24 स्थानों पर स्थापित की गई थीं और वे काम कर रही हैं। निगम जल्द ही उत्तर निर्वाचन क्षेत्र में भी इन कचरापेटियों को स्थापित करने की तैयारी कर रहा है।

निष्कर्ष: अंडरग्राउंड कचरापेटियां वाले वीडियो के बेलगांव, भारत का होने का दावा गुमराह करने वाला है। हालांकि बेलगांव में भी ऐसी ही कचरापेटियां लगाई गई हैं लेकिन यह विशेष क्लिप तुर्की के एक पुराने वीडियो की है।