अलिंद चौहान

क्रिसमस का त्योहार नजदीक आते ही जगह-जगह ‘क्रिसमस ट्री’ नजर आने लगते हैं। लेकिन क्रिसमस ट्री रखने की परंपरा बाइबिल आधारित नहीं है। यह एक आधुनिक आविष्कार है जिसकी उत्पत्ति जर्मनी में हुई। आइए जानते हैं क्रिसमस ट्री कैसे क्रिसमस का एक अभिन्न हिस्सा बन गया।

क्रिसमस ट्री की परंपरा की कैसे हुई शुरुआत?

क्रिसमस ट्री की परंपरा की शुरुआत कैसे हुई, इसे लेकर कई किंवदंतियां हैं। सबसे लोकप्रिय बातों में से एक यह है कि 16वीं सदी के प्रोटेस्टेंट (ईसाइयों का एक संप्रदाय) सुधारक मार्टिन लूथर छुट्टियों के लिए देवदार के पेड़ को सजाने वाले पहले व्यक्ति थे। हालांकि यह सच नहीं है क्योंकि उनके समकालीनों द्वारा उनके पत्रों या जीवन संबंधी लेखों में ऐसी किसी बात का कोई उल्लेख नहीं है।

क्रिसमस ट्री की उत्पत्ति 17वीं शताब्दी में अलसैस में स्ट्रासबर्ग में दक्षिण-पश्चिमी जर्मन सीमा पर हुई थी, जो उस समय राइनलैंड का हिस्सा था और वर्तमान में फ्रांस में है।

क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के लेक्चरर जेम्स एटी लैंकेस्टर ने द कन्वर्सेशन में एक लेख में लिखा है: “स्ट्रासबर्ग के जर्मन नागरिकों ने क्रिसमस के दिन जजमेंट ट्रेडिशन के हिस्से के रूप में एक पेड़ को शामिल किया। इस परंपरा में बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा जज किया जाता था। इसमें माता-पिता पेड़ के नीचे बोनबोन (एक तरह का चॉकलेट बॉल) छोड़ देते थे।”

1770 के दशक में यह परंपरा धीरे-धीरे जर्मनी के अन्य हिस्सों में फैल गया। लेकिन 1830 के दशक तक इसे देश में व्यापक रूप से नहीं अपनाया गया था, लगभग उसी समय यह यूनाइटेड किंगडम तक पहुंच गया और अमेरिका में प्रचलित होने लगा।

दुनियाभर में कैसे फैली क्रिसमस ट्री की परंपरा?

मैनचेस्टर में जर्मन व्यापारियों के कारण क्रिसमस ट्री ब्रिटेन पहुंचा। इतना ही नहीं, लैंकेस्टर के अनुसार, लगभग उसी समय जॉर्ज III और विलियम IV के दरबार ने इस परंपरा को ब्रिटिश अभिजात वर्ग से परिचित कराया। जॉर्ज III और विलियम IV, दोनों ही जर्मन मूल के थे।

इस परंपरा को ब्रिटेन में रानी विक्टोरिया और उनके पति प्रिंस अल्बर्ट ने भी खूब लोकप्रिय बनाया। रानी विक्टोरिया का शासन 1837 से 1901 तक था। 1840 में हाउस ऑफ विंडसर में पहली बार क्रिसमस ट्री स्थापित किया गया।

बीबीसी ने एक रिपोर्ट में कहा: “पहले, लोग अपने पेड़ों को टेबल पर रखते थे, क्योंकि वे छोटे होते थे। लेकिन जब नॉर्वे से बड़े पेड़ लाना संभव हो गया, तो लोग ने पेड़ों को जमीन पर लगाकर उसके नीचे उपहार रखना शुरू कर दिया।”

अमेरिका में क्रिसमस ट्री 19वीं सदी की शुरुआत में आए। इसे शुरू करने के पीछे का कारण सिर्फ त्योहार मनाना नहीं था, इसका संबंध क्रिसमस के दौरान होने वाले उपद्रव को रोकने से था।

लैंकेस्टर ने लिखा है कि 1800 के दशक के दौरान अमेरिका में लोग क्रिसमस को एक कार्निवल के रूप में मनाते थे जिसमें नशा, बर्बरता और अश्लील हरकतें शामिल थीं। इससे निपटने के लिए इनडोर क्रिसमस ट्री की परंपरा शुरू की गई, ताकि बच्चे वहां इंगेज रहे।

बुक पब्लिशर ने क्रिसमस ट्री को मार्केटिंग से जोड़ा

क्रिसमस ट्री के नीचे उपहार रखने की परंपरा 1840 के दशक में अमेरिका में शुरू हुई थी। यह विचार जर्मन आप्रवासियों से नहीं आया, बल्कि बुक पब्लिशर से आया। पब्लिशर ने उपहार देने को अपनी मार्केट स्ट्रेटजी से जोड़ दिया।

लैंकेस्टर के अनुसार, “पुस्तक विक्रेताओं ने छोटी कहानियों और कविताओं के संग्रह प्रकाशित किए, जैसे कि क्रिस क्रिंगल की क्रिसमस ट्री (1845), जिसमें बच्चों को किताबों के साथ-साथ ड्रम या गुड़िया भी उपहार में मिलीं।” बच्चों को उपहार देने को उन्हें घर के अंदर रखने और बाहर होने वाली गुंडागर्दी से दूर रखने के एक तरीके के रूप में अपनाया गया।

इन किताबों ने माता-पिता को यह विश्वास दिलाया कि क्रिसमस ट्री के नीचे उपहार रखना बाइबिल की एक रस्म है और क्रिसमस समारोह का एक अनिवार्य हिस्सा है।