लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक पोस्ट बड़े पैमाने पर शेयर होती हुई मिली, जिसमें दावा किया गया था कि यह वीडियो हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनावों के नतीजों के विरोध में सड़कों पर उतरे लोगों का है।

जांच के दौरान, हमें पता चला कि यह वीडियो हाल का नहीं है और इसका हालिया चुनावों से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग को श्रद्धांजलि देने के लिए जुटी भीड़ का है। यह वायरल दावा भ्रामक है।

क्या है दावा?

‘सनातनी कांग्रेस’ नामक एक इंस्टाग्राम यूजर ने इस भ्रामक दावे के साथ यह वीडियो अपनी प्रोफाइल पर साझा किया।

अन्य यूजर्स ने भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो साझा किया।

जांच पड़ताल:

हमने वायरल वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर अपनी जांच शुरू की। इससे हमें कई पोस्ट्स मिलीं।

इन पोस्ट्स में लोग असम के जाने-माने गायक जुबीन गर्ग को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि देते हुए दिखाई दिए।

पोस्ट्स में बताया गया था कि वीडियो जुबीन गर्ग की अंत्येष्टि (अंतिम संस्कार) की भीड़ का है।

ये वीडियो सितंबर महीने में पोस्ट किए गए थे।

ऐसे ही विजुअल इंस्टाग्राम यूजर ईशानी दास द्वारा 22 सितंबर को पोस्ट किए गए थे।

निष्कर्ष: प्रसिद्ध संगीतकार और गायक जुबीन गर्ग को अंतिम विदाई देने के लिए जुटी भारी भीड़ का पुराना वीडियो विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद बिहार का बताकर हालिया वीडियो के रूप में शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा भ्रामक है।