लाइटहाउस जर्नलिज़्म को सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा एक वीडियो मिला। इस वीडियो में लोग एक लकड़ी के पुल पर चलकर नावों में प्रवेश करते हुए दिखाई दे रहे थे।
यह दावा किया जा रहा था कि वीडियो में अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों को वापस अपने घर जाते हुए दिखाया गया है। दावा किया गया कि यह एसआईआर (Special Intensive Revision – विशेष गहन पुनरीक्षण) के डर के कारण हो रहा था।
जांच के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो बांग्लादेश के बंदरगाह शहर मोंगला (Mongla) का था।
क्या है दावा?
इंस्टाग्राम यूजर ‘नेशन मैटर्स’ (Nation Matters) ने भ्रामक दावे के साथ वीडियो शेयर किया।
अन्य यूजर भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।
जांच पड़ताल:
हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च करके अपनी जांच शुरू की।
इससे हम 28 अक्टूबर को टिकटॉक पर अपलोड किए गए एक वीडियो तक पहुंचे।
यह वीडियो 28 अक्टूबर को अपलोड किया गया था।
वीडियो पर बांग्ला में लिखा पाठ ‘मोंगला’ था, जो बांग्लादेश का एक बंदरगाह शहर है।
हमने यूजर का टिकटॉक और साथ ही फेसबुक प्रोफाइल भी देखा। उसी जगह के कई वीडियो उसके प्रोफाइल पर थे।
फेसबुक यूजर ‘एचएम राजू हवालदर’ (HM Raju Hawlader) के कई वीडियो में मोंगला बंदरगाह दिखाया गया था।
हमें अल जज़ीरा इंग्लिश के यूट्यूब हैंडल पर पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला, जिसमें शहर के इसी तरह के दृश्य थे।
बंदरगाह शहर के ऐसे ही वीडियो यूट्यूब पर भी देखे गए।
रिवर्स इमेज सर्च से हम टिकटॉक पर एक और वीडियो पर भी पहुंचे जिसे सामने के कोण (front angle) से लिया गया था, लेकिन उसमें समान फ्रेम थे।
कैप्शन में सुझाव दिया गया था कि यह बांग्लादेश के मोंगला बंदरगाह का था।
हमने टिकटॉक पर हैशटैग सर्च भी किया और कई वीडियो मिले जिनमें वायरल वीडियो के जैसे कीफ्रेम थे।
इसके जरिये हमें टिकटॉक पर शेयर किए जा रहे वायरल वीडियो के जैसा ही एक वीडियो भी मिला।
वीडियो का कैप्शन ‘मोंगला’ था।
हमने बांग्लादेश के एक फैक्ट चेकर, तनवीर महताब आबिर से भी संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया, “यह पुष्टि हो गई है कि यह वास्तव में बागेरहाट में मोंगला घाट (Mongla Ghat) है। हालांकि मूल वीडियो नहीं मिला है, लेकिन अन्य दृश्यों के साथ तुलना करने पर स्थान की पुष्टि होती है। यहां दिख रही भीड़ की वजह यह है कि गारमेंट (वस्त्र) श्रमिक नियमित रूप से काम के लिए इस घाट का उपयोग करके नदी पार करते हैं। बड़ी संख्या में श्रमिकों की तुलना में परिवहन विकल्पों की सीमित संख्या को देखते हुए, इस घाट पर ऐसी भीड़ सामान्य दृश्य है।”
निष्कर्ष: बांग्लादेश के मोंगला बंदरगाह के वीडियो को पश्चिम बंगाल, भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों का बताकर हालिया वीडियो के रूप में साझा किया जा रहा है। दावा किया गया है कि बांग्लादेशी अप्रवासी भारत छोड़ रहे हैं। वायरल दावा भ्रामक है।
