सोशल मीडिया पर अयोध्या रेलवे स्टेशन के नाम पर कुछ तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर के उद्घाटन से पहले अयोध्या रेलवे स्टेशन का कायाकल्प कर दिया गया है, पूरा स्टेशन ‘राममय’ हो गया है। हालांकि लाइटहाउस जर्नलिज्म की पड़ताल में यह सामने आया कि वायरल तस्वीरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनाया गया है।

पहले वायरल तस्वीरों के बारे में जानिए

ट्विटर यूजर Pooja Goswami ने वायरल तस्वीरों को अपनी प्रोफ़ाइल पर शेयर करते हुए लिखा है, “अयोध्या का रेलवे स्टेशन हुआ राममय। आध्यात्मिकता को समेटे हुए है ये रेलवे स्टेशन। रचनात्मकता ऐसी कि देखते ही आप कह उठेंगे अद्भुत, अविस्मरणीय, अकल्पनीय, अप्रतीम।”

अन्य यूजर्स भी इन्हीं तस्वीरों को समान दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।

कैसे हुई पड़ताल?

हमने तस्वीरों को ध्यान से देखकर अपनी पड़ताल शुरू की। प्रथम दृष्टया ही तस्वीरें असली नहीं लग रही हैं। फिर हमने तस्वीरों को AI इमेज डिटेक्टर AI or Not में अपलोड कर सर्च किया। सभी तस्वीरों के बारे में यही पता चला कि वे एआई जनरेटेड है। फिर हमने अयोध्या रेलवे स्टेशन से जुड़ी खबरों को सर्च किया। हमें फाइनेंशियल एक्सप्रेस वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि अयोध्या रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम जोरों पर चल रहा है।

हमें swarajyamag.com पर एक हालिया रिपोर्ट भी मिली जिसमें बताया गया था कि अयोध्या रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य 15 जनवरी, 2024 तक पूरा हो जाएगा।

निष्कर्ष: जिन वायरल तस्वीरों के बारे में दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन की हैं, वे AI से तैयार की गई हैं।