लाइटहाउस जर्नलिज्म ने पाया कि हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी शेयर किया जा रहा है। वीडियो में उन्हें एक मंदिर में भगवान हनुमान की आरती करते हुए देखा जा सकता है।

पोस्ट के साथ यह दावा किया गया कि यह पीएम मोदी सरकार का असर है।

जांच के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो AI-जेनरेटेड (AI-generated) है और असली नहीं है।

क्या है दावा

इंस्टाग्राम यूजर love_sanatan_1 ने झूठे दावे के साथ यह वीडियो शेयर किया।

अन्य यूजर्स भी इसी वीडियो को मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने इस घटना के बारे में न्यूज रिपोर्ट खोजने के लिए ‘कीवर्ड सर्च’ (keyword search) के साथ अपनी जांच शुरू की। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

हमें एक पोस्ट पर कुछ कमेंट्स मिले जिनमें दावा किया गया था कि वीडियो AI जेनरेटेड है।

इसके बाद हमने वीडियो के एक कीफ्रेम (keyframe) को AI कंटेंट डिटेक्टर ‘HIVE Moderation’ के जरिए चेक किया।

डिटेक्शन टूल ने सुझाव दिया कि इनपुट में AI-जेनरेटेड या डीपफेक कॉन्टेंट होने की संभावना है।

undetectable.ai ने भी यह सुझाव दिया कि कीफ्रेम AI द्वारा बनाया गया था।

निष्कर्ष: असदुद्दीन ओवैसी द्वारा भगवान हनुमान की आरती करने का वायरल वीडियो AI-जेनरेटेड है। यह वायरल वीडियो फेक (फर्जी) है।