डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर जेल से बाहर है। इस बार वह अपने जन्मदिन से ठीक पहले बाहर आया है और जन्मदिन का जश्न भी मनाने वाला है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक 15 अगस्त को जन्मदिन पर राम रहीम यूपी से ऑनलाइन अपने समर्थकों को संबोधित करेगा।
राम रहीम की अस्थायी रिहाई एक बार फिर ऐसे समय हुई है जब हरियाणा में सभी पार्टियां चुनावी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इससे पहले भी राम रहीम जब-जब जेल से बाहर आया है, कोई न कोई चुनाव पास रहा है।
किस-किस चुनाव के आसपास हुई राम रहीम की रिहाई
कब रिहा हुआ | कितने दिन के लिए रिहा हुआ | रिहाई के वक्त कहां थे चुनाव |
7 फरवरी, 2022 | 21 | पंजाब विधानसभा चुनाव (फरवरी 2022) |
17 जून, 2022 | 30 | हरियाणा में निकाय चुनाव |
15 अक्टूबर, 2022 | 40 | आदमपुर उपचुनाव |
21 जनवरी, 2023 | 40 | हरियाणा पंचायत चुनाव |
20 जुलाई, 2023 | 30 | हरियाणा पंचायत चुनाव |
21 नवंबर, 2023 | 21 | राजस्थान विधानसभा चुनाव |
20 जनवरी, 2024 | 50 | लोकसभा चुनाव |
13 अगस्त, 2024 | 21 | हरियाणा विधानसभा चुनाव |
इस तरह हत्या व रेप के जुर्म में 20 साल की सजा काट रहा गुरमीत सिंह करीब ढाई साल में ही 253 दिन के लिए जेल से रिहाई पा चुका है।
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बार-बार फरलो या पैरोल मिलना हरियाणा के साथ ही देश की राजनीति में भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है। इस बार फरलो के जरिए गुरमीत राम रहीम सिंह 21 दिन के लिए जेल से बाहर आया है। गुरमीत राम रहीम सिंह के बार-बार जेल से बाहर आने को लेकर हरियाणा की बीजेपी सरकार पर सवाल उठ रहे हैं।
सवाल यह है कि बाबा को किसी चुनाव या उपचुनाव से पहले क्यों जेल से बाहर आने दिया जाता है। हरियाणा में विधानसभा के चुनाव जल्द ही होने वाले हैं। हालांकि हरियाणा की बीजेपी सरकार का कहना है कि गुरमीत राम रहीम सिंह को फरलो दिए जाने में कुछ भी राजनीतिक नहीं है।
डेरा सच्चा सौदा का हरियाणा और पंजाब के कुछ इलाकों में अच्छा असर माना जाता है। लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा है इसलिए यह सवाल उठ रहा है कि क्या बाबा के बाहर आने से बीजेपी को विधानसभा चुनाव में कोई फायदा मिल सकता है।
इसके पीछे वजह यह है कि हरियाणा के सिरसा, अंबाला आदि इलाकों में बाबा का अच्छा असर है। पहले यह जानते हैं कि गुरमीत राम रहीम जेल में क्यों है?
कहां-कहां है डेरे का प्रभाव?
सिरसा, फतेहाबाद, अंबाला, कुरुक्षेत्र, पंचकूला और हिसार आदि इलाकों में गुरमीत राम रहीम सिंह के समर्थकों की अच्छी संख्या है। उसके जेल से बाहर आने की वजह से बीजेपी को इन इलाकों में बाबा के समर्थकों के वोट मिल सकते हैं और यह हरियाणा के विपक्षी दलों के लिए चिंता का कारण हो सकता है, विशेष कर कांग्रेस के लिए क्योंकि डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों में बड़ी संख्या दलित समुदाय के लोगों की भी है।
ऐसे में सवाल यह है कि क्या बाबा के बाहर आने से कुछ हद तक दलित मतदाता कांग्रेस से छिटककर बीजेपी के साथ जा सकते हैं? लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद डेरे का समर्थन बीजेपी के लिए और भी जरूरी हो गया है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में लगातार दो बार हरियाणा की सभी दस सीटें जीतने वाली बीजेपी 2024 में पांच पर सिमट गई।
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हुआ नुकसान
राजनीतिक दल | विधानसभा चुनाव 2014 में मिली सीट | लोकसभा चुनाव 2014 में मिली सीट | विधानसभा चुनाव 2019 में मिली सीट | लोकसभा चुनाव 2019 में मिली सीट | लोकसभा चुनाव 2024 में मिली सीट |
कांग्रेस | 15 | 1 | 31 | 0 | 5 |
बीजेपी | 47 | 7 | 40 | 10 | 5 |
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ा, बीजेपी का घटा
राजनीतिक दल | लोकसभा चुनाव 2019 में मिले वोट (प्रतिशत में) | लोकसभा चुनाव 2024 में मिले वोट (प्रतिशत में) |
कांग्रेस | 28.51 | 43.67 |
बीजेपी | 58.21 | 46.11 |
हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान सिंह कहते हैं कि बीजेपी चुनाव में जनादेश हासिल करने के लिए कुछ भी कर सकती है लेकिन लोग उनके इस खेल को समझते हैं। उनका कहना है कि गुरमीत राम रहीम सिंह के जेल से बाहर आने से चुनाव पर कोई असर नहीं होगा।
डेरे ने किया था बीजेपी का समर्थन
पिछले कुछ चुनावों में डेरा सच्चा सौदा ने बीजेपी का समर्थन किया है। 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय पार्टी के 40 उम्मीदवारों को लेकर सिरसा में डेरा मुखी से आशीर्वाद लेने गए थे। इसके बाद डेरे की ओर से बीजेपी का समर्थन किया गया था। चुनाव में जीत मिलने के बाद भी विजयवर्गीय अपने 18 विधायकों के साथ गुरमीत राम रहीम सिंह का धन्यवाद अदा करने के लिए गए थे।
2017 में जब गुरमीत राम रहीम सिंह को सजा हुई थी तो उससे पहले हरियाणा की बीजेपी सरकार के कई मंत्री गुरमीत राम रहीम सिंह के डेरे में उससे आशीर्वाद लेने के लिए जाते थे। उस दौरान करनाल में एक कार्यक्रम में गुरमीत राम रहीम सिंह तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ मंच पर दिखाई दिया था।
गुरमीत राम रहीम के यूपी जाने से समर्थक निराश
15 अगस्त को गुरमीत राम रहीम सिंह का जन्मदिन है। इस मौके पर डेरा समर्थकों की ओर से 14 अगस्त को पौधारोपण कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है और 15 अगस्त को भंडारे की योजना है।
डेरा समर्थक चाहते थे कि गुरमीत राम रहीम सिंह अपने जन्मदिन के मौके पर डेरा मुख्यालय में आए लेकिन वे इस बात से निराश हैं कि डेरा प्रमुख फरलो के दौरान सिरसा के बजाय उत्तर प्रदेश के बागपत के बरनावा में स्थित अपने आश्रम में रहेगा। वह 15 अगस्त को अपने जन्मदिन समारोह को ऑनलाइन संबोधित भी करेगा।
जेल में क्यों है बाबा?
गुरमीत राम रहीम सिंह अपने आश्रम की दो महिला शिष्यों के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में 20 साल जेल की सजा काट रहा है। इन दिनों वह हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में है। उसे साल 2017 में सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा डेरा प्रमुख और तीन अन्य लोगों को 2019 में एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी दोषी ठहराया गया था।